बीवी के साथ मिलकर प्रेमी ने 21 साल की विधवा को जिंदा जलाया, जिन्दगी और मौत के बीच जूझ रही पीड़िता सारण में 29 महिला सिपाहियों पर कार्रवाई: इलेक्शन ड्यूटी में लापरवाही पर SSP ने रोका वेतन, 3 दिन के भीतर मांगा जवाब जमुई में 50 हजार का इनामी अपराधी रामधारी तुरी अरेस्ट, पुलिस वैन की चपेट में आकर 3 ग्रामीण घायल दिल्ली में बीजेपी चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान से मिले जीतन राम मांझी, नई सरकार के गठन पर हुई चर्चा नीतू चंद्रा की छुट्टी: TV पर राजनीति की बात करना पड़ गया भारी, चुनाव आयोग ने स्वीप आइकॉन पद से हटाया दुरंतो एक्सप्रेस से 70 लाख कैश बरामद: झाझा स्टेशन पर RPF–GRP की संयुक्त कार्रवाई Bihar Politics: प्रफुल्ल मांझी चुने गए HAM विधायक दल के नेता, मांझी परिवार से बाहर के लीडर को मिली अहम जिम्मेवारी Bihar Politics: प्रफुल्ल मांझी चुने गए HAM विधायक दल के नेता, मांझी परिवार से बाहर के लीडर को मिली अहम जिम्मेवारी नीतीश कुमार ने बुला ली बड़ी बैठक, कल देंगे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा Bihar Politics: टिकट के लिए कुर्ता फाड़ने वाले इस शख्स की RJD को लग गई हाय, 25 सीटों पर सिमटने का दिया था श्राप; पुराना वीडियो वायरल
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 10 May 2025 12:05:30 PM IST
बिहार न्यूज - फ़ोटो GOOGLE
Bihar News: बिहार के रास्ते देश में अवैध सोने का तस्करी किया जा रहा है, जिसका खुलासा तब हुआ जब नेपाल के रास्ते भारत में अवैध रूप से लाया गया लगभग 18 करोड़ रुपये मूल्य का विदेशी सोना बिहार में पकड़ा गया है। राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) की मुजफ्फरपुर यूनिट ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए बिहार सम्पर्क क्रांति एक्सप्रेस ट्रेन से यह सोना बरामद किया है। ट्रेन में सफर कर रहे महाराष्ट्र के तीन तस्करों को छपरा स्टेशन के समीप दबोच लिया गया है।
बताया जा रहा है कि गिरफ्तार तस्करों की पहचान विजय, हितेश उर्फ रितेश और राजेश के रूप में हुई है। तीनों को शुक्रवार को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया। तस्करों से पूछताछ के आधार पर डीआरआई की टीम उनके नेटवर्क की गहन छानबीन में जुट गई है और कई संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। सूत्रों के अनुसार, यह सोना स्विट्जरलैंड निर्मित बताया जा रहा है, जिसे नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश कराया गया था।
नेपाल-भारत सीमा क्षेत्र में तैनात निगरानी एजेंसियों की सक्रियता के बावजूद तस्कर यह खेप हाजीपुर तक पहुंचाने में सफल हो गए थे। वहां से इसे महाराष्ट्र भेजे जाने की योजना थी। डीआरआई ने लंबे समय से इस गिरोह पर नजर रखी हुई थी। नेपाल बॉर्डर क्षेत्र से ही संदिग्धों का पीछा कर रही टीम ने छपरा के पास ट्रेन में घेराबंदी कर तीनों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। छापेमारी के दौरान बैग की तलाशी में उसके निचले हिस्से में बड़ी चतुराई से छिपाया गया सोना बरामद हुआ, जिसके ऊपर सामान्य सामान रखा गया था ताकि शक न हो।
जांच एजेंसी को संदेह है कि यह कोई एकमात्र मामला नहीं है, बल्कि नेपाल के रास्ते बिहार होते हुए देश के अन्य हिस्सों तक विदेशी सोने की तस्करी का एक संगठित नेटवर्क सक्रिय है। डीआरआई सूत्रों ने बताया कि तस्करों के फॉरवर्ड और बैकवर्ड लिंकेज की जांच की जा रही है, यानी सोना भेजने वाले अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क से लेकर भारत में इसे रिसीव करने वाले संभावित व्यापारियों और सर्राफा कारोबारियों तक। इसके अलावा यह भी जांच की जा रही है कि क्या इसमें कोई स्थानीय सहयोगी या एजेंट शामिल हैं जो नेपाल से हाजीपुर तक इस सोने को सुरक्षित पहुंचाने में मदद करते हैं। अब तक की जांच में यह संकेत मिले हैं कि इस नेटवर्क के तार मुंबई, पटना, रक्सौल और काठमांडू तक फैले हो सकते हैं।
सोने की इस बड़ी खेप की बरामदगी के बाद सीमा पर तैनात सुरक्षा एजेंसियों को सतर्क कर दिया गया है। नेपाल सीमा से सटे क्षेत्रों में निगरानी बढ़ा दी गई है और विशेष रूप से ट्रेनों व निजी वाहनों की सघन तलाशी ली जा रही है। राजस्व खुफिया निदेशालय ने कहा है कि यह कार्रवाई सिर्फ शुरुआत है। आने वाले दिनों में इस तस्करी रैकेट की और परतें खुलने की उम्मीद है। एजेंसी ने आम नागरिकों से भी अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत प्रशासन को दें।