Corona Advisory: कोरोना के बढ़ते मामलों को देख अलर्ट हुई सरकार, Covid-19 को लेकर एडवाइजरी जारी Corona Advisory: कोरोना के बढ़ते मामलों को देख अलर्ट हुई सरकार, Covid-19 को लेकर एडवाइजरी जारी Bihar Crime News: धारदार हथियार से गला रेतकर युवक की हत्या, सड़क किनारे शव मिलने से सनसनी Bihar Crime News: धारदार हथियार से गला रेतकर युवक की हत्या, सड़क किनारे शव मिलने से सनसनी Bihar Crime News: बिहार में पंचायत समिति सदस्य से मांगी 10 लाख की रंगदारी, धमकी भरा पत्र मिलने से हड़कंप Bihar Crime News: बिहार में पंचायत समिति सदस्य से मांगी 10 लाख की रंगदारी, धमकी भरा पत्र मिलने से हड़कंप Bihar News: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की हुई अहम बैठक, सभी डीएम को जारी किए गए जरूरी निर्देश Bihar News: राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की हुई अहम बैठक, सभी डीएम को जारी किए गए जरूरी निर्देश CBI Raid in Bihar: बिहार में CBI का बड़ा एक्शन, पांच हजार घूस लेते पोस्टल असिस्टेंट को रंगेहाथ दबोचा Bihar Politics: राहुल गांधी की फोटो एडिट कर वायरल करना पड़ा भारी, बीजेपी नेता के खिलाफ कोर्ट में मुकदमा
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Fri, 23 May 2025 01:45:56 PM IST
- फ़ोटो Google
Bihar News: बिहार के सहरसा नगर निगम में विवाद गहराते जा रहा है. निगम के अधिकांश वार्ड पार्षद आयुक्त के खिलाफ मोर्चा खोल दिए हैं. सहरसा नगर निगम के कर्मचारियों ने भी अपने अधिकारी के खिलाफ बगावत कर दिया है. सहरसा नगर निगम के वार्ड पार्षदों ने नगर विकास विभाग के सचिव को पत्र लिखा है. इसी बीच नगर निगम आयुक्त का एक कथित ऑडियो वायरल हुआ, जिसमें विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार,काम के बदले लेन-देन का ऑडियो सुना गया. अब नगर विकास विभाग ने आरोपी अधिकारी पर कार्रवाई को लेकर सामान्य प्रशासन विभाग को पत्र लिख दिया है.
नगर विकास विभाग का पत्र आया सामने
नगर एवं विकास विभाग के अपर सचिव का एक पत्र सामने आया है. विजय प्रकाश मीणा की तरफ से 15 में 2025 को पत्र लिखा गया है. सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव को लिखे पत्र में नगर आयुक्त सहरसा के वायरल ऑडियो क्लिप को लेकर आवश्यक कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है.
नगर आयुक्त पर हो एक्शन
सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव को लिखे पत्र में नगर विकास विभाग के अधिकारी ने कहा है कि नगर आयुक्त सहरसा का एक ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहा है. जिसमें उनके द्वारा अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए नगर विकास विभाग के खिलाफ अवांछनीय टिप्पणी की गई है. यह किसी पदाधिकारी के आचरण के विपरीत है . नगर आयुक्त सहरसा का आचरण न केवल विभागीय अनुशासन को बाधित करता है, बल्कि इससे सरकारी सेवा की गरिमा एवं लोक विश्वास को भी क्षति पहुंची है. एक सरकारी सेवक से यह अपेक्षा की जाती है वह आमलोगों के समक्ष अनुकरणीय आचरण प्रस्तुत करें. लेकिन उन्होंने इसके विपरीत अपना व्यवहार किया है. निगम आयुक्त सहरसा के इस कृत्य से सरकार की छवि धूमिल हो रही है. ऐसे में उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की जाए.