BIHAR ELECTION : “Tejashwi Yadav पर गिरिराज सिंह का तंज: कांग्रेस की खुशामद के बाद भी नहीं मिला CM पद, इंडी गठबंधन पर बड़ा हमला” Bihar News: बिहार में पुलिस की बड़ी सफलता! AK-47 और कई हथियार के साथ जिंदा कारतूस बरामद, दो तस्कर गिरफ्तार BIHAR NEWS : मुजफ्फरपुर में चोरों का आतंक: हार्डवेयर दुकान से कैश और कीमती सामान चोरी, सीसीटीवी में कैद BIHAR ELECTION : बिहार विधानसभा चुनाव 2025: रैलियों के लिए हेलीकॉप्टरों की बुकिंग शुरू, रोज 20 चॉपर भरेंगे उड़ान Bihar News: क्या सच में बिहार की महिला ले रहीं राजनीति में इंट्रेस्ट, इस रिपोर्ट से जानिए हकीकत; बढ़ जाएगी नीतीश -तेजस्वी की टेंशन Child Aadhaar Card Rules : बच्चों के आधार कार्ड नियम बदले: अब माता-पिता के दस्तावेज अनिवार्य, सिर्फ जन्म प्रमाण पत्र से नहीं बनेगा आधार PhonePe: क्यों RBI ने PhonePe पर लगाया लाखों का जुर्माना? जानें... पूरी डिटेल ADR REPORT 2025 : राजनीतिक दल में केंद्र से लेकर प्रदेश तक..., वंशवाद की राजनीति में कौन आगे? लालू परिवार नहीं यह हैं सबसे आगे Bihar News: बिहार सरकार से 10 हजार रुपए लेकर क्या करने वाली हैं महिलाएं, जानिए पूरी सच्चाई; इस रिपोर्ट में मिलेगी पूरी जानकारी BIHAR ELECTION : चुनाव आयोग की नई पहल, जीविका दीदियां महिलाओं को वोटिंग के लिए करेंगी प्रेरित
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 26 Jan 2025 10:31:31 AM IST
REPUBLIC DAY 2025 : - फ़ोटो GOOGLE
REPUBLIC DAY 2025 : पद्मश्री, पद्मभूषण, पद्मविभूषण, इनमें से कोई भी अवार्ड जब किसी को मिलता है तो उसके परिवार, गांव, जिले और प्रदेश के लिए यह गौरव का विषय होता है। यह सम्मान हर साल केद्र सरकार गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) से एक दिन पहले घोषित करती है। इसे बाद में राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में इसे दिया जाता है।
ऐसे में साल 2025 के लिए भी शनिवार को केंद्र सरकार ने पद्म पुरस्कारों का ऐलान कर दिया है। इन नागरिक पुरस्कारों में सात पद्म विभूषण, 19 पद्म भूषण और 113 पद्मश्री पुरस्कार शामिल हैं। क्या आप जानते हैं कि पद्म पुरस्कारों से सम्मानित होने वालों को क्या-क्या सुविधाएं मिलती हैं? क्या इसके साथ पैसे भी मिलते हैं?भारत रत्न के बाद भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान में पद्मविभूषण, पद्मभूषण और पद्मश्री आते हैं। इनमें हर साल सबसे ज्यादा पद्मश्री सम्मान दिए जाते हैं।
दरअसल, भारत सरकार ने साल 1954 में पद्म सम्मान की शुरुआत की थी। साल 1955 में इसे पद्मश्री, पद्मभूषण और पद्मविभूषण नाम दिया गया। यह सम्मान कला, साहित्य, शिक्षा, खेल, मेडिसिन, सामाजिक कार्य, विज्ञान, तकनीक, सिविल सेवा, व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में असाधारण काम करने वाली हस्तियों को दिए जाते हैं. इनमें डॉक्टर और साइंटिस्ट दो ऐसे लोग हैं, जिन्हें सरकारी सेवा में रहते हुए भी यह सम्मान दिया जा सकता है।
मालूम हो कि,राष्ट्रपति पद्म पुरस्कार से सम्मानित शख्स को एक प्रमाणपत्र और पदक देते हैं। जबकि पैसे की बात करें तो पद्म पुरस्कारों से सम्मानित लोगों को किसी भी तरह की धनराशि नहीं दी जाती है। यह सिर्फ एक सम्मान है। पद्मश्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण, तीनों ही पुरस्कारों में पैसे नहीं दिए जाते हैं। इससे न ही किसी भी तरह की रेलवे या एयर फेयर में छूट या कोई और सुविधा मिलती है।
गौरतलब हो कि, यह पुरस्कार कोई पदवी नहीं है कि सम्मानित व्यक्ति इसको अपने नाम के साथ इस्तेमाल करे। अगर कोई अपने नाम के साथ पद्म पुरस्कार का जिक्र करता है तो सरकार उनसे पुरस्कार को वापस ले सकती है। इसके लिए सरकार हर साल आवेदन मांगती है। जिसको भी ऐसा लगता है कि उसने तय क्षेत्र में बेहतरीन काम किया है तो आवेदन कर सकता है। इसके बाद सरकार आवेदन की जांच करती है और फिर नाम तय किया जाता है।