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1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sat, 25 Jan 2025 05:50:43 PM IST
डिप्टी सीएम ने किया एलान - फ़ोटो IPRD Bihar
Bihar News: डिप्टी सीएम सह पथ निर्माण मंत्री की अध्यक्षता में पुल संधारण नीति एवं अभियंताओं के कर्तव्य एवं उत्तरदायित्व निर्धारण पर एक उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई। बैठक में अपर मुख्य सचिव, पथ निर्माण विभाग; सचिव, पथ निर्माण विभाग और सभी वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे।
उपमुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री ने बताया कि वर्तमान में पथ निर्माण विभाग के अन्तर्गत कोई पुल संधारण नीति नहीं है और न ही अभियंताओं को कर्तव्य एवं उत्तरदायित्व स्पष्ट रूप से निर्धारित है। विभागीय पदाधिकारियों को निदेशित किया गया था कि इस संबंध में शीघ्र ही एक पुल संधारण नीति तैयार की जाय और इस संबंध में अभियंताओं के कर्तव्य एवं दायित्व भी निर्धारित किये जाये।
उन्होंने बताया कि विभागीय पदाधिकारियों द्वारा आज इस संबंध में एक विस्तृत प्रस्तुतीकरण प्रस्तुत किया गया। पुल संरचना के संपूर्ण जीवनकाल के दौरान दो चरणों में इनके प्रबंधन एवं संधारण पर विचार किया जा रहा है। पुलों को चार भागों में बांटा गया है। पहले भाग में 1000 मीटर से लम्बे पुल, दूसरे भाग में 250-1000 मीटर से लम्बे पुल तीसरे भाग में 60-250 मीटर से एवं चौथें भाग में 60 मीटर से छोटे पुलों को रखा गया है।
पथ निर्माण मंत्री ने बताया कि पुलों के प्रमुख घटकों के वास्तविक स्थिति को दर्शाने हेतु पुलों का एक हेल्थ कार्ड भी बनाया जाएगा। अतिसंवेदनशील पुलों का प्राथमिकता के आधार पर मरम्मति और आवश्यकता आधारित निर्माण का कार्य कराया जाएगा। पुलों के प्रबंधन हेतु पुलों के वास्तविक स्थिति का आकलन आर्टिफिशियल इन्टेलिजेंस, मशीन लर्निंग, सेंसर डाटा रिर्पोट जैसे नये तकनीकों के माध्यम से किया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री ने बताया कि परियोजनाओं को तय सीमा के अन्तर्गत पूर्ण करने के लिए अभियंताओं के कर्तव्य एवं दायित्वों का निर्धारण भी किया जा रहा है। परियोजनाओं में विलम्ब के कारण समय वृद्धि एवं लागत मूल्य में वृद्धि भी होती है, इसे गंभीरता से लेते हुए जिम्मेदारी निर्धारित करने का कार्य भी किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि विगत वर्ष राज्य के कई जिलों में बाढ़ के समय वर्षों पूर्व निर्मित कई छोटे पुल क्षतिग्रस्त हुए हैं, इसे देखते हुए पुल संधारण नीति लागू किया जाना अत्यंत आवश्यक हो गया है। साथ ही अभियंताओं का कर्तव्य एवं दायित्व भी निर्धारित रहेगा कि वे नियमित रूप से पुलों का अनुश्रवण करते रहें। पथ निर्माण मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में आमजनों को सुगम यातायात उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है और विभाग इस दिशा में सतत् रूप से प्रयासरत है।