कट्टा लहराते ऑरकेस्ट्रा गर्ल का वीडियो वायरल, नर्तकी के साथ डांस करने को लेकर हो गई मारपीट, देखिये वायरल वीडियो Bihar Ias News: बिहार के एक IAS अफसर का बदला कैडर...दूसरे राज्य में गए, वजह क्या है.... टीसीएच एडुसर्व में CTET की तैयारी के लिए नये बैच की शुरुआत, डायरेक्टर सौरव झा खुद लेंगे क्लास PATNA: शराबबंदी वाले बिहार में गांजा की बड़ी खेप बरामद, लाखों रुपये कैश के साथ कई धंधेबाज गिरफ्तार Bihar Crime News: बिहार पुलिस को खुली चुनौती, बेखौफ बदमाशों ने BJP नेता को दिनदहाड़े मारी गोली Bihar Crime News: बिहार पुलिस को खुली चुनौती, बेखौफ बदमाशों ने BJP नेता को दिनदहाड़े मारी गोली PATNA: फुलवारीशरीफ में बिहार इंस्टिट्यूट ऑफ लॉ का निःशुल्क विधिक सहायता शिविर, बड़ी संख्या में लोगों ने उठाया लाभ Bihar Bhumi: CO दफ्तर की कार्यप्रणाली के लिए DCLR जवाबदेह, रैयतों को बड़ी राहत...म्यूटेशन अपील में सिर्फ 'डिजिटली साइन' पेपर होगा मान्य...सर्टिफाइड कॉपी प्रथा पर स्थाई रोक Bihar Crime News: बिहार में अर्द्धनग्न हालत में मिली युवती की लाश, रेप के बाद मर्डर की आशंका; इलाके में सनसनी Bihar Crime News: बिहार में अर्द्धनग्न हालत में मिली युवती की लाश, रेप के बाद मर्डर की आशंका; इलाके में सनसनी
1st Bihar Published by: KHUSHBOO GUPTA Updated Mon, 03 Mar 2025 10:17:26 AM IST
पानी के रास्ते बिहार में बालू ढुलाई का प्रस्ताव - फ़ोटो google
Bihar News: बालू की ढुलाई को लेकर पटना के डीएम ने एक खास प्लान बनाया है। पटना जिला प्रशासन ने जलमार्ग से बालू की ढुलाई का प्रस्ताव खनन विभाग को भेजा है। पटना, भोजपुर, अरवल की मुख्य सड़कों पर बालू लदे वाहनों से अक्सर जाम की समस्या होती है। जिसके निदान के लिए पटना जिला प्रशासन ने यह प्लान बनाया है।
जलमार्ग से बालू की ढुलाई से सड़कों पर वाहनों का बोझ कम होगा और परिवहन लागत में भी कमी आएगी। पटना जिला प्रशासन ने इस प्रस्ताव को खनन विभाग को भेज दिया है। गंगा घाघरा और गंडक नदियों से बालू परिवहन की संभावना तलाशी जा रही है। स्वीकृति मिलने पर आने वाले समय में यह संभव हो सकेगा। दरअसल बालू लदे वाहनों की वजह से उत्पन्न हो रही आवागमन की गंभीर समस्या को देखते हुए अब जलमार्ग का विकल्प तलाशा जा रहा है। इससे एक तो सड़क से वाहनों का बोझ घटेगा तो दूसरी ओर जल परिवहन से लागत में भी कमी आएगी। जिलाधिकारी डॉ.चंद्रशेखर सिंह ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि इसका प्रस्ताव जिला से खनन विभाग को भेजा गया था। वहां से उसे दूसरे विभाग को दिया गया है।
आपको बता दें कि बालू के जितने भी घाट हैं, वे नदी किनारे हैं। ऐसे में गंगा के अलावा घाघरा, गंडक जैसी नदियों से इनका परिवहन सुगम होगा। इसको देखते हुए जल परिवहन की अनुमति का प्रस्ताव दिया गया है। स्वीकृति मिलने पर आने वाले समय में यह संभव हो सकेगा। साथ ही बालू लदे वाहनों के चलते आम लोगों को भीषण जाम का सामना करना पड़ता है उसमें भी राहत मिलेगी।