ब्रेकिंग न्यूज़

रांची में सुकृष्णा कॉमर्स एकेडमी का नया सेंटर शुरू, छात्रों को शहर में ही बेहतरीन कॉमर्स शिक्षा का मिलेगा अवसर: आदित्य साहू नई सरकार बनते ही लालू परिवार पर गिरी बड़ी गाज, 20 साल पुराना बंगला छीना गया, जारी हो गया आदेश बिहार में नए मंत्रियों को बंगला अलॉट: किन्हें कहां मिला आवास देखिये पूरी लिस्ट? नीतीश कुमार करोड़ों बिहारियों की आन-बान और शान, JDU महासचिव 'सेतु' ने CM से मिलकर NDA को मिले अभूतपूर्व जनादेश के लिए दी बधाई सरकार बनने के बाद राबड़ी देवी को बड़ा झटका, अब खाली करना होगा सरकारी बंगला, आखिर क्या हुआ जानिये? चार्ज संभालते ही एक्शन में दिखे गृह मंत्री, बोले..बिहार में अब छेड़खानी करने वालों और गालीबाजों की खैर नहीं बिहार में राजस्व सेवाओं को पारदर्शी बनाने की नई पहल; अंचल कार्यालयों में CSC VLE की तैनाती से मिलेगी बिचौलियों से मुक्ति विद्या विहार समूह के संस्थापक स्व.रमेश चंद्र मिश्र की 74वीं जयंती, सांस्कृतिक संध्या में ‘सूफियात’ बैंड की मनमोहक प्रस्तुति सम्राट चौधरी से लेकर चिराग तक को भद्दी-भद्दी गालियां दी...लाइव आकर बोला- मैं तुमसे लड़ने को तैयार, पुलिस ने SC/ST एक्ट व अन्य गंभीर धाराओं में दर्ज किया केस BSTDC : बिहार में शुरू हुई नई लग्जरी बस सेवा: पटना से सिलीगुड़ी समेत इन जगहों की यात्रा होगी अब और आसान और किफायती

Bihar News: बालू की ढुलाई को लेकर पटना DM ने बनाया गजब का प्लान, सड़कों पर अब नहीं लगेगा जाम!

Bihar News: बालू की ढुलाई को लेकर पटना के डीएम ने गजब का प्लान बनाया है। पानी के रास्ते बिहार में बालू ढुलाई के प्रस्ताव को डीएम ने सरकार के पास भेजा है।

1st Bihar Published by: KHUSHBOO GUPTA Updated Mon, 03 Mar 2025 10:17:26 AM IST

Bihar News

पानी के रास्ते बिहार में बालू ढुलाई का प्रस्ताव - फ़ोटो google

Bihar News: बालू की ढुलाई को लेकर पटना के डीएम ने एक खास प्लान बनाया है। पटना जिला प्रशासन ने जलमार्ग से बालू की ढुलाई का प्रस्ताव खनन विभाग को भेजा है। पटना, भोजपुर, अरवल की मुख्य सड़कों पर बालू लदे वाहनों से अक्सर जाम की समस्या होती है। जिसके निदान के लिए पटना जिला प्रशासन ने यह प्लान बनाया है।


जलमार्ग से बालू की ढुलाई से सड़कों पर वाहनों का बोझ कम होगा और परिवहन लागत में भी कमी आएगी। पटना जिला प्रशासन ने इस प्रस्ताव को खनन विभाग को भेज दिया है। गंगा घाघरा और गंडक नदियों से बालू परिवहन की संभावना तलाशी जा रही है। स्वीकृति मिलने पर आने वाले समय में यह संभव हो सकेगा। दरअसल बालू लदे वाहनों की वजह से उत्पन्न हो रही आवागमन की गंभीर समस्या को देखते हुए अब जलमार्ग का विकल्प तलाशा जा रहा है। इससे एक तो सड़क से वाहनों का बोझ घटेगा तो दूसरी ओर जल परिवहन से लागत में भी कमी आएगी। जिलाधिकारी डॉ.चंद्रशेखर सिंह ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि इसका प्रस्ताव जिला से खनन विभाग को भेजा गया था। वहां से उसे दूसरे विभाग को दिया गया है। 


आपको बता दें कि बालू के जितने भी घाट हैं, वे नदी किनारे हैं। ऐसे में गंगा के अलावा घाघरा, गंडक जैसी नदियों से इनका परिवहन सुगम होगा। इसको देखते हुए जल परिवहन की अनुमति का प्रस्ताव दिया गया है। स्वीकृति मिलने पर आने वाले समय में यह संभव हो सकेगा। साथ ही बालू लदे वाहनों के चलते आम लोगों को भीषण जाम का सामना करना पड़ता है उसमें भी राहत मिलेगी।