समस्तीपुर में सरपंच के बेटे को मारी गोली, गंभीर हालत में डीएमसीएच रेफर नीतीश कुमार के शपथग्रहण कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पटना पहुंचे अमित शाह और जेपी नड्डा, बीजेपी नेताओं ने किया जोरदार स्वागत नीतीश के शपथ लेने से पहले ही बंपर बहाली की प्रक्रिया शुरू, सरकार ने जारी किया बड़ा आदेश, जानिये किन पदों पर होगी नियुक्ति? पटना के ए.एन. कॉलेज में गोल इंस्टीट्यूट का भव्य सेमिनार, NEET–JEE तैयारी पर विशेषज्ञों ने दिए खास टिप्स Bihar News: बिहार में शादी समारोह से लौट रहे युवक को बेलगाम वाहन ने रौंदा, चालक की तलाश जारी Patna Book Fair 2025: 5 से 16 दिसंबर तक गांधी मैदान में सजेगा 41वां पुस्तक मेला, 200 स्टॉल और 300 कार्यक्रम होंगे दीक्षांत समारोह से पहले मिथिला विश्वविद्यालय में छात्रों का प्रदर्शन, अंगवस्त्र की गुणवत्ता पर सवाल, कुलपति आवास का किया घेराव 10वीं बार CM पद की शपथ लेंगे नीतीश कुमार, हेलिकॉप्टर से गांधी मैदान पहुंचेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहरसा: हाईटेंशन तार की चपेट में आने से राजमिस्त्री की मौत, बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप सोनपुर मेला 2025: पर्यटकों के बीच आकर्षण का केंद्र बना स्वीस कॉटेज, उमड़ा जनसैलाब
1st Bihar Published by: FIRST BIHAR Updated Fri, 31 Jan 2025 08:58:29 PM IST
ईंट-भट्ठा पर एसीएस - फ़ोटो reporter
Bihar Education: बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ नवादा और नालंदा के दौरे पर हैं। शुक्रवार को उन्होंने नवादा के कई स्कूलों का औचक निरीक्षण किया, जहां छात्रों की कम उपस्थिति पर उन्होंने गहरी चिंता व्यक्त की। निरीक्षण के दौरान शिक्षकों एवं छात्रों से बातचीत में पता चला कि कई बच्चे ईंट-भट्ठों पर काम करने जा रहे हैं, जिससे स्कूल में उपस्थिति प्रभावित हो रही है।
इस जानकारी के बाद अपर मुख्य सचिव अचानक एक ईंट-भट्ठे पर पहुंचे और वहां बच्चों से बातचीत कर उनकी काउंसलिंग की। उन्होंने बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय जाने के लिए प्रेरित किया और उन्हें शिक्षा के महत्व के बारे में समझाया। इस दौरान उन्होंने एक बच्चे से गुणा और वर्णमाला से जुड़ा सवाल भी पूछा, लेकिन बच्चे जवाब नहीं दे सके, जिसके बाद एसीएस काफी नाराज हुए।
अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिया कि ईंट-भट्ठों के आसपास रहने वाले सभी बच्चों का निश्चित रूप से विद्यालयों में नामांकन कराया जाए और उनकी शिक्षा सुनिश्चित की जाए। उन्होंने स्थानीय प्रशासन एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। एसीएस ने इस दिशा में तत्काल कदम उठाने के निर्देश जिले के विभागीय अधिकारियों को दिए हैं।