ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Land Mafia : कुर्सी संभालते ही डिप्टी CM विजय सिन्हा की हुंकार, भूमाफिया को संरक्षण देने वाले 'सफेदपोश' हो जाएं सावधान...हर तरफ रहेगी निगाह Bihar News: बिहार में लगातार बढ़ रहे डेंगू के मामले, हाई-रिस्क इलाकों में फॉगिंग और निगरानी तेज Chief Justice of India: जस्टिस सूर्यकांत बने भारत के 53वें CJI, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दिलाई शपथ IRCTC scam case : राबड़ी देवी ने किया चार मामलों को ट्रांसफर करने का अपील , IRCTC और लैंड फॉर जॉब केस में जज पर पक्षपात का लगा रहे आरोप Bihar News: बारात में लड़की का दुपट्टा खींचने पर जमकर मारपीट, आधे बारातियों पर केस दर्ज Pusa University acid blast : डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा में बड़ा हादसा, सफाई के दौरान एसिड बोतल फटने से चार मजदूर झुलसे, दो की हालत गंभीर Bihar News: बारात पहुंची, सभी रश्में हुईं..., लेकिन दुल्हन ने मंडप पर आते ही शादी से किया इनकार Bihar sand mining : मंत्री बनते ही विजय कुमार सिन्हा का एक्शन शुरू,अवैध बालू खनन पर कसा जा रहा शिकंजा; विभाग ने जिलों को भेजा सख्त निर्देश Bihar News: बिहार के बुजुर्गों को हुई दिक्कत तो नपेंगे अफसर, नीतीश सरकार इस मामले में नहीं सुनेगी कोई बहाना BSEB STET Answer Key 2025 : आज जारी हो सकती है आंसर की, जानें डाउनलोड और आपत्ति दर्ज करने की पूरी प्रक्रिया

सरकारी दावों की खुली पोल: मधुबनी में बुजुर्ग महिला को एंबुलेंस की जगह ई-रिक्शा से पहुंचाया गया घर

महिला के बेटे संजय बताया कि 102 पर कॉल किया लेकिन कोई रिस्पांस नहीं मिला। थक हारकर ई-रिक्शा पर ऑक्सीजन सिलेंडर रखकर मां को ऑक्सीजन लगाकर घर लाया गया। इस दौरान भारी परेशानियों का सामना भी करना पड़ गया।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 16 Mar 2025 10:23:59 PM IST

BIHAR

स्वास्थ्य व्यवस्था की खुली पोल - फ़ोटो GOOGLE

MADHUBANI: बिहार के स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था एक बार फिर उजागर हुई है। मधुबनी सदर अस्पताल में एक 90 वर्षीय बुजुर्ग महिला को सांस और पेट की गंभीर समस्या के कारण परिजन इलाज के लिए ले गए। सुबह 10:45 बजे इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि अस्पताल में वेंटिलेशन की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है और महिला को रेफर कर दिया।


महिला के परिजन, अधिवक्ता संजय कुमार, उन्हें घर ले जाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था करना चाहते थे। लेकिन अस्पताल कर्मियों ने उनकी कोई मदद नहीं की। यहां तक कि अस्पताल में एंबुलेंस उपलब्ध होने के बावजूद कोई रिस्पांस नहीं मिला। 102 नंबर पर भी कॉल किया गया, लेकिन कोई जवाब नहीं आया।


आखिरकार, लाचार संजय कुमार को अपनी मां को ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ ई-रिक्शा में घर ले जाना पड़ा। सड़क पर हिचकोले खाते हुए बुजुर्ग महिला को इस हाल में देखना स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को दर्शाता है। सरकार लगातार स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के दावे करती है, लेकिन यह घटना उन दावों की पोल खोल रही है। अब सवाल यह उठता है कि क्या इस तस्वीर के सामने आने के बाद अस्पताल प्रशासन कोई कार्रवाई करेगा? क्या लापरवाह कर्मियों और 102 कॉल अटेंड न करने वाले ऑपरेटर पर कोई कार्रवाई होगी? यह देखने वाली बात होगी।