Smartphone Addiction: क्या आपको भी है स्मार्टफोन की लत? जानें... कैसे डाल रहा आपके शरीर और दिमाग पर असर BIHAR ELECTION : बिहार चुनाव से पहले CM नीतीश कुमार का दिखा नया अंदाज, अमित शाह से मिलने खुद पहूंच गए होटल; सीट बंटवारा समेत इन चीजों पर हुई चर्चा Road Accident: छड़ से लदा ट्रक पलटा, नींद की झपकी ने ली दो लोगों की जान तेजस्वी से चार कदम आगे कांग्रेस: सीट शेयरिंग हुई नहीं लेकिन उम्मीदवार चुनने का काम शुरू, आज CEC की बैठक RBI new guidelines : किरायदारों को लगा बड़ा झटका ! अब मोबाइल ऐप्स से किराया भुगतान होगा बंद; जारी हुआ नया गाइडलाइंस BIHAR ELECTION : विधानसभा चुनाव में वोटरों को मिलेगी मोबाइल रखने की सुविधा,जानिए चुनाव आयोग का क्या है नया आदेश भारी घाटे में चल रही कंपनियां प्रशांत किशोर को दे रही मोटा चंदा: BJP नेता ने कहा - लालू से बड़े घोटालेबाज हैं PK Perfect Tea Recipe: भारतीय स्टाइल में परफेक्ट चाय कैसे बनाएं? यहां जानें स्टेप-बाय-स्टेप प्रोसेस Puja Special Train: इस राज्य से बिहार के इन 2 स्टेशनों के लिए स्पेशल ट्रेनों का परिचालन, यात्रियों को बड़ी राहत.. चुनाव से पहले नीतीश कुमार का एक और बड़ा ऐलान: बेरोजगार युवाओं को मिलेगा 2 साल तक भत्ता
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 16 Mar 2025 10:23:59 PM IST
स्वास्थ्य व्यवस्था की खुली पोल - फ़ोटो GOOGLE
MADHUBANI: बिहार के स्वास्थ्य विभाग की लचर व्यवस्था एक बार फिर उजागर हुई है। मधुबनी सदर अस्पताल में एक 90 वर्षीय बुजुर्ग महिला को सांस और पेट की गंभीर समस्या के कारण परिजन इलाज के लिए ले गए। सुबह 10:45 बजे इमरजेंसी वार्ड में डॉक्टरों ने जांच के बाद बताया कि अस्पताल में वेंटिलेशन की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है और महिला को रेफर कर दिया।
महिला के परिजन, अधिवक्ता संजय कुमार, उन्हें घर ले जाने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था करना चाहते थे। लेकिन अस्पताल कर्मियों ने उनकी कोई मदद नहीं की। यहां तक कि अस्पताल में एंबुलेंस उपलब्ध होने के बावजूद कोई रिस्पांस नहीं मिला। 102 नंबर पर भी कॉल किया गया, लेकिन कोई जवाब नहीं आया।
आखिरकार, लाचार संजय कुमार को अपनी मां को ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ ई-रिक्शा में घर ले जाना पड़ा। सड़क पर हिचकोले खाते हुए बुजुर्ग महिला को इस हाल में देखना स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही को दर्शाता है। सरकार लगातार स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के दावे करती है, लेकिन यह घटना उन दावों की पोल खोल रही है। अब सवाल यह उठता है कि क्या इस तस्वीर के सामने आने के बाद अस्पताल प्रशासन कोई कार्रवाई करेगा? क्या लापरवाह कर्मियों और 102 कॉल अटेंड न करने वाले ऑपरेटर पर कोई कार्रवाई होगी? यह देखने वाली बात होगी।