Bihar News: बिहार के निजी अस्पताल में जच्चा-बच्चा की मौत के बाद हंगामा, गुस्साए परिजनों ने की तोड़फोड़ और सड़क जाम Bihar Crime News: बिहार के इस जिले में युवक की गोली मारकर हत्या, छापेमारी में जुटी पुलिस Chhath Puja: आज है अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य, पटना से लेकर पूरे बिहार के घाट छठ महापर्व के लिए तैयार Bihar election: कमजोर वर्ग के वोटरों की सुरक्षा को लेकर डीजीपी ने कसी कमर,कहा - दागियों-दबंगों पर होगी सख्त कार्रवाई Bihar election: बिहार चुनाव 2025: पहले चरण के मतदान से पहले पीएम नरेंद्र मोदी 2 नवंबर को पटना में करेंगे रोड शो Chhath Puja 2025: लोक आस्था का महापर्व छठ का दूसरा दिन, उपेन्द्र कुशवाहा की पत्नी ने किया खरना पूजा, छठी मईया से बिहार की तरक्की की कामना Chhath puja 2025: लगातार दूसरे दिन अजय सिंह ने छठ व्रतियों के बीच किया पूजन सामग्री का वितरण Bihar Election 2025 : जदयू विधायक दामोदर रावत का ग्रामीणों से विरोध, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल; जानिए क्या है पूरा मामला Chhath puja : पीएम मोदी ने मन की बात में दी छठ महापर्व की शुभकामनाएं, कहा - घर घर बन रहे ठेकुआ, सज रहे घाट Bihar Election 2025 : बीयर लेकर बिहार आए यूपी के पूर्व विधायक धनंजय कन्नौजिया गिरफ्तार, बीजेपी चुनाव प्रचार मामला, कोर्ट ने भेजा जेल
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 28 Aug 2025 09:10:56 AM IST
मैदान की तस्वीर - फ़ोटो रिपोर्टर
Bihar News: बिहार सरकार ने हर पंचायत में बच्चों के लिए खेल मैदान बनाने का वादा किया था, लेकिन कैमूर के कुदरा प्रखंड में बहेरा पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय सोनांव में बना खेल मैदान अब भी अधूरा पड़ा है। 8 लाख रुपये खर्च होने के बावजूद बच्चे यहां खेलने को तरस रहे हैं।
बिहार सरकार ने मनरेगा योजना के तहत प्रत्येक पंचायत में लगभग 10 लाख रुपये की लागत से खेल मैदान बनाने का निर्णय लिया था। लेकिन कुदरा प्रखंड के बहेरा पंचायत में बने खेल मैदान की स्थिति दयनीय है। ठेकेदार ने 8 लाख रुपये की निकासी कर ली, लेकिन रनिंग ट्रैक, बैडमिंटन कोर्ट और वॉलीबॉल कोर्ट अधूरे हैं। रनिंग ट्रैक में बारिश का गंदा पानी जमा है क्योंकि बिना मिट्टी भरे निर्माण कार्य किया गया।
प्रधानाध्यापक राधेश्याम राम ने इस बारे में बताया, “यह मैदान मनरेगा के तहत बनाया गया था, जिसमें बैडमिंटन, वॉलीबॉल, बास्केटबॉल फील्ड और रनिंग ट्रैक की योजना थी। लेकिन सब कुछ अधूरा छोड़ दिया गया। पहले समतल मैदान में बच्चे खेल लेते थे, अब पानी भरने से खेलना मुश्किल हो गया है। हम चाहते हैं कि इसे बच्चों के खेलने लायक बनाया जाए।”
वहीं कैमूर के डीडीसी सूर्य प्रताप सिंह ने कहा, “हमें इस मामले की जानकारी मिली है। खेल मैदान अधूरा है और इसकी जांच जल्द होगी। ठेकेदार को इसे ठीक करने की जिम्मेदारी दी जाएगी। यह बच्चों के लिए महत्वपूर्ण है।”
स्थानीय लोग और स्कूल प्रशासन ठेकेदार की लापरवाही पर कार्रवाई और मैदान को पूर्ण करने की मांग कर रहे हैं। सरकार के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के पूरा होने का यहाँ के बच्चों को बेसब्री से इंतजार है। अब देखना होगा कि इस बारे में आगे कितनी तत्परता से कार्रवाई की जाती है।
रिपोर्टर: रंजन त्रिगुण