Budget 2025 : आज से संसद के बजट सत्र की शुरुआत, जानें निर्मला सीतारमण के तरफ से बजट पेश करने का समय व तारीख लड़की को गोली मारने के बाद युवक ने खुद को भी मारी गोली, मौत के बाद इलाके में सनसनी चरस तस्करी मामले में कोर्ट ने सुनाई सजा, चेलवा और बैला को 14 साल की सजा अतिथि शिक्षकों को हटाने के आदेश को HC ने किया निरस्त, अब स्कूलों में तैनात रहेंगे गेस्ट टीचर रेलवे ने बनाया नया कीर्तिमान, मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज से चलाई 364 ट्रेन PK ने लालू-नीतीश पर बोला हमला, किसान महापंचायत में कहा..लालू को अपने बेटों की चिंता है और नीतीश आपके बच्चों को लाठी से पिटवा रहे हैं Raid On Punjab CM House: पंजाब सीएम भगवंत मान के दिल्ली आवास पर चुनाव आयोग की रेड, पंजाब पुलिस ने आयोग की टीम को रोका, पैसे बांटने की शिकायत Bihar Transport News: गजब..बिहार में गाड़ियों का फिटनेस जांच MVI नहीं दलाल करते हैं, मोटरयान निरीक्षक का सरकारी मोबाइल माफिया के पास कैसे पहुंचा? Bihar Cricket में मैच फिक्सिंग के घिनौने खेल का बड़ा खुलासा: पूर्व वाइस कैप्टन ने जय शाह के करीबी राकेश तिवारी पर बेहद गंभीर आरोप लगाये खगड़िया में किसान सलाहकार को मारी गोली, श्राद्धकर्म में शामिल होने के बाद लौट रहे थे घर
03-Jan-2025 05:51 PM
By Dheeraj Kumar
Bihar News: जमुई के बरहट प्रखंड के कुकुरझप डैम में शुक्रवार की दोपहर एक विशालकाय मगरमच्छ देखा गया। वही स्थानीय लोगों की नजर पड़ने पर अफरा तफरी का माहौल हो गया हालांकि जानकारी मिलने के बाद बरहट थाने की पुलिस और वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची है और छानबीन में जुट गई है।
बताया जा रहा है कि मछली पालन का देखभाल करने वाले कर्मचारी मनोज कुमार शुक्रवार की दोपहर नाव के जरिए मछली को दाना दे रहा था, तभी उसकी नजर डैम में सूखे स्थान पर घूम रहे एक विशाल मगरमच्छ पर पड़ी जिसके बाद उसके द्वारा पूरी घटना की जानकारी बरहट थानाध्यक्ष को दिया गया। मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष खुद दलबल के साथ वहां पहुंचे और अपने मोबाइल से ही मगरमच्छ का वीडियो बनाया और पूरे मामले की जानकारी वन विभाग की टीम को दिया गया।
वहीं वन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई है और मगरमच्छ को पकड़ने की कोशिश में लग गई है। बताया जाता है कुछ महीने पहले भी एक मगरमच्छ वहां देखा गया था। जिसे कुछ लोगों द्वारा मार दिया गया था। वही वन विभाग की टीम ने बताया कि इतना बड़ा मगरमच्छ देखने से प्रतीत होता है कि यह मगरमच्छ 20 साल से ऊपर का है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि डैम में दो मगरमच्छ हुआ करते थे लेकिन एक की मौत हो गई जबकि दूसरा अब भी है। जब भी इसमें मछली का बीज डाला जाता है तो मछली को इस मगरमच्छ के द्वारा खा लिया जाता था। इस बार भी मत्स्य विभाग के द्वारा उक्त डैम का टेंडर की प्रक्रिया की गई थी। जिसके बाद एक कंपनी के द्वारा उक्त टीम में मछली पालन के लिए बीज छोड़ गया था। लेकिन उन लोगों को उम्मीद है कि इस बार भी मछली को मगरमच्छ के द्वारा खा लिया जाएगा और उन्हें नुकसान के अलावा कुछ होने वाला नहीं है।