ब्रेकिंग न्यूज़

Dularchand Yadav murder : सूरजभान सिंह की भी हो जाएगी हत्या ! मोकामा पहुंचते ही निर्दलीय सांसद ने किया बड़ा खुलासा,कहा - बाहुबली को टिकट मिलेगा तो होंगे हादसे Bihar Election 2025: NDA का मेनिफेस्टो जारी, शारदा सिन्हा के नाम से बनेगा यूनिवर्सिटी; युवाओं के लिए भी बड़ा फैसला Mokama murder case : दुलारचंद हत्याकांड में अनंत सिंह ने लिया सूरजभान का नाम; अब बाहुबली नेता ने दिया जवाब,कहा - उच्च स्तरीय जांच में हो जाएगा दूध का ढूध पानी का पानी Bihar Election 2025: बिहार चुनाव में प्रत्याशियों के लिए कड़ी सुरक्षा, हर समय साथ रहेंगे पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर Bihar Election 2025: किसानों के लिए NDA ने खोला खजाना, अब 2 हजार के बदले मिलेंगे इतने रुपए Dularchand Yadav Murder : मोकामा में चुनावी झड़प के बीच दुलारचंद यादव की संदिग्ध मौत, पोस्टमार्टम के लिए खुद शव लेकर निकली सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी; पुलिस छावनी में तब्दील हुआ पूरा इलाका Bihar Crime News: जेल परिसर में फांसी के फंदे से लटका मिला बंदी का शव, जांच में जुटी पुलिस Dularchand Yadav Murder : दुलारचंद यादव हत्या मामले में अनंत सिंह नामजद, NDA नेताओं ने राजनीति में हिंसा की निंदा की NDA Manifesto : KG से PG तक मुफ्त शिक्षा; बिहार में एनडीए का चुनावी संकल्प पत्र जारी; नौकरी, हाइवे, मेट्रो समेत इन चीजों पर रहा खास फोकस Dularchand Yadav Murder : दुलारचंद हत्याकांड मामले में सामने आया सीनियर पुलिस ऑफिसर का बयान; जानिए अनंत सिंह को लेकर पटना SSP ने क्या कहा

BIHAR: बड़हरा के तुर्की गांव में महिला चौपाल का आयोजन, सोनाली सिंह ने कहा..'अब बदलाव महिलाओं की ताकत से होगा'

महिलाओं को सबोधित करते हुए सोनाली सिंह ने कहा कि "आज भी महिलाओं को कठपुतली की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। लेकिन अब वक्त बदलने का है। मैं आप सबकी आवाज बनूंगी और आपके हर सुख-दुख में आपके साथ खड़ी रहूंगी।

1st Bihar Published by: First Bihar Updated Thu, 15 May 2025 08:46:22 PM IST

bihar

बिहार में अब बदलाव होगा - फ़ोटो google

ARRAH: बड़हरा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत फरना पंचायत के तुर्की गांव में महिलाओं की आवाज को बुलंदी देने के उद्देश्य से एक विशेष महिला चौपाल का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अगुवाई जानी-मानी सामाजिक कार्यकर्ता सोनाली सिंह ने की, जिन्होंने गांव की महिलाओं से सीधे संवाद स्थापित कर उनके जीवन से जुड़े ज्वलंत मुद्दों पर चर्चा की।


कार्यक्रम में महिलाओं ने खुलकर अपनी बातें रखी और शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, घरेलू हिंसा, रोजगार और आत्मनिर्भरता जैसे विषयों को उठाया। सोनाली सिंह ने न केवल उनकी बातें ध्यान से सुनीं, बल्कि उन्हें यह भरोसा भी दिलाया कि उनकी आवाज अब अनसुनी नहीं रहेगी। महिला चौपाल को संबोधित करते हुए सोनाली सिंह ने कहा कि अब समय बदलाव का है। उन्होंने गांव की महिलाओं से सीधे संवाद कर उनके दैनिक जीवन से जुड़ी समस्याओं को समझा और उन पर खुलकर चर्चा की।


महिलाओं को सबोधित करते हुए सोनाली सिंह ने कहा कि "आज भी महिलाओं को कठपुतली की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है। लेकिन अब वक्त बदलने का है। मैं आप सबकी आवाज बनूंगी और आपके हर सुख-दुख में आपके साथ खड़ी रहूंगी। बिहार में अब बदलाव होगा, और यह बदलाव महिलाओं की ताकत से होगा।"


इस चौपाल के जरिए महिलाओं को अपनी बात कहने का मंच मिला, जहां उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता जैसे मुद्दों को उठाया। सोनाली सिंह ने आश्वासन दिया कि वह इन मुद्दों को आगे ले जाकर प्रशासन तक पहुंचाएंगी और समाधान के लिए हरसंभव प्रयास करेंगी। उनकी बातों से वहां मौजूद महिलाओं में एक नई ऊर्जा और विश्वास देखने को मिला। सोनाली ने यह भी कहा कि महिलाओं को सिर्फ घरेलू जिम्मेदारियों तक सीमित नहीं रखा जा सकता, अब उन्हें समाज और निर्णय निर्माण की मुख्यधारा में लाना होगा।


इस महिला चौपाल में गांव की महिलाओं को पहली बार ऐसा मंच मिला, जहां वे बिना किसी झिझक के अपनी समस्याएं और अपेक्षाएं खुलकर रख सकीं। कुछ महिलाओं ने बेटी की शिक्षा को लेकर चिंता जताई, तो कुछ ने स्थानीय स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली की ओर ध्यान खींचा। वहीं, कुछ महिलाओं ने स्वरोजगार के अवसरों की मांग भी रखी।


सोनाली सिंह ने आश्वासन दिया कि चौपाल में उठाए गए मुद्दों को वह प्रशासन और संबंधित विभागों तक पहुंचाएंगी, और समाधान के लिए सतत प्रयास करेंगी। उन्होंने कहा कि यह चौपाल केवल एक शुरुआत है, आगे भी ऐसे कार्यक्रम लगातार आयोजित किए जाएंगे ताकि महिलाओं को एक स्थायी और सशक्त मंच मिल सके।


तुर्की गांव की यह महिला चौपाल ग्रामीण समाज में सामाजिक जागरूकता, महिला सशक्तिकरण और भागीदारी को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। सोनाली सिंह जैसी सामाजिक कार्यकर्ताओं की सक्रिय भागीदारी से यह उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में महिलाओं की भागीदारी न केवल बढ़ेगी, बल्कि वे समाज के विकास में निर्णायक भूमिका निभाएंगी।