निर्माणाधीन पुल का एक हिस्सा भरभराकर गिरा, 5 मजदूर दबे, गुस्साएं लोगों ने किया जमकर हंगामा BIHAR: फर्जी दारोगा बनकर ग्राहक सेवा केंद्र से 50 हजार की ठगी, साइबर थाने में शिकायत दर्ज थाने में रचाई शादी: प्रेमी युगल ने भगवान शिव के मंदिर में लिए सात फेरे, पुलिस बनी गवाह Ram Mandir: राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी पूरी, अयोध्या में इस दिन होगा भव्य आयोजन Ram Mandir: राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की तैयारी पूरी, अयोध्या में इस दिन होगा भव्य आयोजन जानलेवा बना ONLINE गेमिंग: कर्ज में डूबे दंपती ने किया सुसाइड, 6 साल पहले हुई थी शादी Bihar Politics: चुनाव से पहले इस नेता ने छोड़ा बीजेपी का साथ, दिलीप जायसवाल को भेजा इस्तीफा Bihar Politics: चुनाव से पहले इस नेता ने छोड़ा बीजेपी का साथ, दिलीप जायसवाल को भेजा इस्तीफा Bihar Politics: ‘दलित, पिछड़ा और अति पिछड़ा समाज पूरी तरह से NDA के साथ’ संतोष सुमन का आरजेडी-कांग्रेस पर अटैक Bihar Politics: ‘दलित, पिछड़ा और अति पिछड़ा समाज पूरी तरह से NDA के साथ’ संतोष सुमन का आरजेडी-कांग्रेस पर अटैक
1st Bihar Published by: First Bihar Updated Sun, 06 Apr 2025 01:09:05 PM IST
प्रतीकात्मक - फ़ोटो Meta
Bihar News: बिहार के बेगुसराय जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. जहाँ मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के बड़ी सह गांव में एक युवती ने अपने पति के वियोग में अपनी जान दे दी है. मृतक युवती की पहचान अर्जुन शाह की पुत्री खुशबू कुमारी के रूप में हुई है. जिसकी शादी करीब 4 महीने पहले ही हुई थी. शादी होने के कुछ समय बाद से ही उसके पति की तबियत खराब रहने लगी थी और एक दिन इलाज के दौरान ही अन्त्ततः वह इस दुनिया को अलविदा कह गया.
उसके जाने के बाद से ही खुशबू भी मानो एक जिंदा लाश बनकर रह गई. परिजनों के अनुसार पति के जाने का गम खुशबू को हमेशा सताता रहता था. वह अक्सर उदास और सहमी सी रहती थी और हँसी तो मानो उसके चेहरे से हमेशा के लिए ही गायब हो गई थी. ऐसे में इस बार होली के दिन मायके वाले खुशबू को ससुराल से घर ले आए. यह सोचकर कि शायद यहां वह थोड़े अच्छे से रह सकेगी और अपने साथी के जाने के गम से उबरने में उसे मदद मिलेगी.
लेकिन हालात यहां पर भी नहीं बदले, वह यहां भी उसी स्थिति में पहुंच गई और अक्सर खामोश और अकेली बैठी पाई जाती थी. मानो अब इस दुनिया से उसका कोई वास्ता ही नहीं रहा. ऐसे में वो दिन भी आ गया जब उसने यह फैसला कर लिया कि बस अब बहुत हो गया, ऐसे रहने से बेहतर है कि अपनी जान दे दी जाए. इस जगत में दोबारा तो अपने पति से उसकी मुलाक़ात होने से रही, क्या पता शायद जान देने के बाद ही वह अपने प्रियतम से मिल पाने में कामयाब रहे, और शायद वो दूसरी दुनिया, जहाँ वह जाने वाली है वह इस जहान से ज्यादा बेहतर हो?
परिजन इधर बेखबर थे और उधर खुशबू ने अपने गले में फंदा लगाया और अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली. जिसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया, गांव में जिसे भी यह खबर मिली वह भागा-भागा अर्जुन शाह के घर पहुंचा, चारों तरफ बस आंसू ही आंसू, लोग खुशबू के इस तरह से जाने से आहत थे. सब यही कह रहे थे कि “खुशबू ने ये गलत किया”.. हां, बात तो सही है, मगर क्या इन लोगों ने इस बात का अंदाजा लगाने की कोशिश की होगी कि जीते जी उस लड़की पर बीत क्या रही होगी? अपने पति से बिछड़ने का दर्द कितना ज्यादा बढ़ गया होगा कि अंत में उसने जान देने को ही सही विकल्प समझा होगा?