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06-Mar-2025 07:08 AM
By First Bihar
Dharm News: महाशिवरात्रि का पर्व श्रद्धालुओं के लिए विशेष महत्व रखता है, और उज्जैन में शिव-पार्वती विवाह के बाद होने वाला भव्य रिसेप्शन इस परंपरा को और भी अनूठा बना देता है। इस आयोजन को शयन आरती भक्त परिवार द्वारा आयोजित किया जाता है, जो इस बार 6 मार्च 2025 को संपन्न होगा। इसमें 80,000 से अधिक भक्तों के शामिल होने की संभावना है।
100 हलवाई बनाएंगे 56 भोग
हर साल की तरह इस बार भी नगर भोज का आयोजन किया जाएगा, जिसमें 100 से अधिक हलवाई स्वादिष्ट व्यंजन तैयार करेंगे। इस अवसर पर कुंतलों भोजन प्रसादी बनाई जाएगी, जिसमें पूड़ी-सब्जी, दाल-चावल, भजिए-पापड़, हलवा, नुगती, खोपरा पाक, पान, शिकंजी, गन्ने का रस, पानी पताशी, नमकीन सहित 56 प्रकार के पकवान शामिल होंगे। इन व्यंजनों की तैयारी पहले से ही शुरू कर दी गई है, और भक्तों को निमंत्रण पत्र भी बांटे जा रहे हैं।
रिसेप्शन कार्ड की खास बातें
रिसेप्शन कार्ड को भक्तों के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है। इसमें फ्रंट पेज पर बाबा महाकाल विवाह वर्षगांठ महा प्रसादी का उल्लेख है, साथ ही शिव-पार्वती की छवि अंकित है। दूसरे पन्ने पर श्री विवाह उत्सव का पूरा कार्यक्रम दिया गया है, जिसमें 5 मार्च को गणेश पूजन, हल्दी और संगीत समारोह तथा 6 मार्च को शिव बारात और महाप्रसादी का आयोजन होगा।
शिव बारात का अनोखा स्वरूप
इस आयोजन में भगवान शिव की बारात निकाली जाएगी, जो पूरे उत्साह के साथ गाजे-बाजे के साथ निकलेगी। बारात में भूत, पिशाच, डाकिनी और शाकिनी जैसे प्रतीकात्मक पात्र भी शामिल होंगे, जो इस आयोजन को अद्वितीय बनाते हैं। इस दौरान, भक्त शिव भक्ति में लीन होकर नृत्य करते हैं और उत्सव का आनंद लेते हैं।
श्मशान से भेजा जाता है निमंत्रण
उज्जैन में इस विवाह उत्सव का एक और अनूठा पहलू यह है कि यहां के चक्रतीर्थ श्मशान में भी निमंत्रण भेजने की परंपरा है। चूंकि भगवान भोलेनाथ को श्मशान वासी भी कहा जाता है, इसलिए श्मशान के भूत-पिशाचों को भी इस आयोजन में शामिल करने का प्रतीकात्मक निमंत्रण दिया जाता है।
33 करोड़ देवी-देवताओं को दिया गया निमंत्रण
रिसेप्शन कार्ड में यह भी उल्लेख है कि तैंतीस कोटि देवी-देवताओं, समस्त अवंतिका नगरवासियों, एवं सभी भक्तों को इस शुभ अवसर पर सादर आमंत्रित किया गया है।
अनोखा नृत्य और सांस्कृतिक कार्यक्रम
रात्रि 12 बजे विशेष रूप से डाकिनी, शाकिनी, भूत-पिशाच नृत्य का आयोजन किया जाएगा, जो श्रद्धालुओं के लिए एक अनूठा अनुभव होगा। इस आयोजन में महिला संगीत एवं अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे, जो शिव-पार्वती विवाह के पावन अवसर को और भी भव्य बनाएंगे। महाशिवरात्रि पर उज्जैन में आयोजित यह अनूठा विवाह समारोह न केवल धार्मिक आस्था को प्रकट करता है, बल्कि भारतीय संस्कृति की समृद्ध परंपराओं को भी दर्शाता है। इस पावन अवसर पर हजारों भक्तगण भक्ति भाव से सराबोर होकर भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह महोत्सव में भाग लेते हैं, जिससे यह आयोजन अत्यंत भव्य और दिव्य बन जाता है।