सहरसा में बाइक की डिक्की से चोरी हुए 3 लाख रूपये कटिहार से बरामद, आरोपी फरार आर्केस्ट्रा में नाबालिगों के शोषण के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 21 लड़कियों को कराया मुक्त, 3 आरोपी गिरफ्तार बेगूसराय में बाइक सवार युवकों की दबंगई, 10 रूपये की खातिर पेट्रोल पंप पर की मारपीट और फायरिंग SUPAUL: छातापुर में संतमत सत्संग का 15वां महाधिवेशन संपन्न, VIP के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा ने महर्षि मेही परमहंस को दी श्रद्धांजलि Sonia Gandhi Admitted: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबीयत बिगड़ी, इलाज के शिमला के अस्पताल पहुंचीं Sonia Gandhi Admitted: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबीयत बिगड़ी, इलाज के शिमला के अस्पताल पहुंचीं Bihar News: बिहार महिला आयोग में भी अध्यक्ष-सदस्यों की हुई नियुक्ति, इन नेत्रियों को मिली जगह, जानें... Bihar Crime News: बिहार में पंचायत के दौरान खूनी खेल, गोली मारकर युवक की हत्या; गोलीबारी से दहला इलाका Bihar News: बिहार को मिली एक और बड़ी उपलब्धि, शिक्षा, शोध और सेवा को नई उड़ान; डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने क्या कहा? Bihar News: बिहार को मिली एक और बड़ी उपलब्धि, शिक्षा, शोध और सेवा को नई उड़ान; डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने क्या कहा?
28-Feb-2025 05:12 PM
By First Bihar
Bihar politics: बिहार में इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। सभी राजनीतिक दल अपनी रणनीति तैयार करने में जुटे हैं और बयानबाजी का सिलसिला जारी है। इसी बीच, पटना के गांधी मैदान में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) द्वारा दलित समागम रैली का आयोजन किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी शामिल हुए। हालांकि, वह कार्यक्रम में केवल 15 मिनट ही रुके और संक्षिप्त संबोधन के बाद वहां से चले गए।
कार्यक्रम के दौरान ‘हम’ के संयोजक और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह एक अच्छे और संवेदनशील नेता हैं। इसके साथ ही, उन्होंने सफाई कर्मचारी आयोग के गठन की मांग करते हुए कहा, "जब हम मुख्यमंत्री थे, तब हमने सफाई कर्मचारी आयोग का प्रस्ताव लाया था, लेकिन वह मसौदा अब पता नहीं कहां चला गया। सरकार को इसे दोबारा लागू करना चाहिए।"
मांझी ने आगे कहा कि उनकी सरकार के दौरान भूमिहीनों को 5 डिसमिल जमीन देने का निर्णय लिया गया था, लेकिन अभी तक कई जगहों पर इसे पूरी तरह से लागू नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि, "कुछ जगहों पर 3 डिसमिल जमीन दी जा रही है, जबकि कहीं-कहीं पर कोई सहायता नहीं मिल रही। अगर केंद्र सरकार और अन्य राज्यों में गरीबों को पक्के मकान मिल सकते हैं, तो बिहार सरकार भी भूमिहीनों को पक्के मकान, शौचालय और बाथरूम सहित घर मुहैया कराए। तभी यह माना जाएगा कि सरकार वास्तव में दलितों के लिए काम कर रही है।"