Dream11 से कमा रहे हैं मोटा पैसा? टैक्स भरना जरूरी, नहीं तो हो सकती है जेल heatwave : गर्मी में बार-बार चक्कर आना? अपनाएं ये 5 उपाय और पाएं राहत Dhanbad Gaya Train:धनबाद-गया रेलखंड पर 4 अप्रैल को होगा स्पीड ट्रायल, 160 किमी/घंटे की रफ्तार से दौड़ेंगी ट्रेनें पटना से दिल्ली जा रही फ्लाइट में पैसेंजर की मौत, लखनऊ में इमरजेंसी लैंडिंग Patna junction: पटना जंक्शन के पास 73 करोड़ की लागत से बन रहा अंडरग्राउंड सबवे, ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत Success Story: बड़ी कंपनी में लाखों का पैकेज छोड़ बन गईं BPSC टॉपर, प्रेरक है बिहार की इस सीनियर डिप्टी कलेक्टर की सफलता की कहानी Bihar News: राजधानी जलाशय का होगा कायाकल्प, इको टूरिज्म को मिलेगा बढ़ावा; योजना को सरकार से मिली हरी झंडी Online Game: बिहार में ऑनलाइन गेम्स की लत से बढ़ रही बच्चों की मानसिक समस्याएं, हिंसक खेलों का असर चिंताजनक Life Style: गर्मी के सीजन में हर दिन खाएं यह बेस्ट मिल्क प्रोडक्ट, कभी नहीं लगेगी लू Bihar Board 10th Result: गैरेज मैकेनिक की बेटी प्रिया ने लहराया परचम, TOP-10 में बनाई जगह
26-Mar-2025 07:57 AM
By KHUSHBOO GUPTA
Bihar Politics: बिहार में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं, जिसे लेकर सभी राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। चुनाव से पहले दल-बदल भी शुरू हो चुका है। इसी कड़ी में प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) की पार्टी जन सुराज में भी लगातार कई पार्टियों के दिग्गज नेता शामिल हो रहे हैं। आज यानी बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की पार्टी को बड़ा झटका लगने वाला है।
जेडीयू में एक बड़े मुस्लिम चेहरे के रूप में अपनी पहचान रखने वाले अमजद हसन (Amjad Hassan) आज प्रशांत किशोर का दामन थामने वाले हैं। अमजद हसन जेडीयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रह चुके हैं। आज वह जन सुराज में शामिल होकर पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे। अमजद हसन मुख्य रूप से बोधगया के मगध विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र के मोरा-मर्दाना गांव के रहने वाले हैं। वह अपने इलाके में समाजसेवी के साथ-साथ एक अलग पहचान रखने वाले व्यक्ति हैं।
बताया जाता है कि गया जिले के मुस्लिम समाज में उनका एक बड़ा नाम है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ वह जेडीयू में काफी दिनों तक सक्रिय भूमिका में रहे। पार्टी की ओर से उन्हें राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जगह दी गई थी, लेकिन कुछ दिनों से वह पार्टी की नीतियों से नाराज चल रहे थे। ऐसे में अब उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला कर लिया है। साथ ही वह प्रशांत किशोर की पार्टी का दामन थामेंगे। आपको बता दें कि वक्फ बोर्ड बिल को समर्थन के मामले को लेकर दो दिन पहले मुस्लिम संगठन इमारत-ए-शरिया सहित सात धार्मिक संगठनों ने जेडीयू की इफ्तार पार्टी का विरोध किया था। अब पार्टी के मुस्लिम नेता जब अलग हो रहे हैं तो ये भी जेडीयू के लिए चिंता का विषय है।