RSS: ‘सोने की चिड़िया’ नहीं, भारत को अब ‘शेर’ बनना है, दुनिया को सिर्फ शक्ति की भाषा समझ आती है: मोहन भागवत Bihar News: हमेशा के लिए बदल जाएगी बिहार के इस जिले की तस्वीर, 106 योजनाओं पर खर्च होंगे ₹59 करोड़ Bihar News: 2020 विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार होंगे कम मतदाता, पिछली बार 2005 में हुआ था ऐसा INDvsENG: टेस्ट क्रिकेट में भारत ने बनाया नया वर्ल्ड रिकॉर्ड, 148 साल से नहीं हुआ था यह कारनामा Bihar Weather: बिहार के इन जिलों में आज बारिश का अलर्ट, वज्रपात को लेकर भी IMD ने किया सावधान अमरनाथ एक्सप्रेस की बोगी में महिला ने दिया बच्चे को जन्म, समस्तीपुर में भर्ती फतुहा में पुनपुन नदी में नाव पलटी, दो लापता; 18 लोग तैरकर बचे नीसा देवगन बनीं ग्रेजुएट, काजोल ने चिल्लाकर कहा.. ‘कम ऑन बेबी’, वीडियो वायरल अरवल: हत्या के दो फरार आरोपियों के घर पुलिस ने चिपकाया इस्तेहार, 30 दिन में सरेंडर का आदेश बिहार में शराब तस्करी का खेल जारी: अंडे की कैरेट के बीच छिपाकर मुजफ्फरपुर ले जाई जा रही थी 3132 लीटर विदेशी शराब, ट्रक जब्त
19-Jan-2025 01:59 PM
By First Bihar
Bihar Politics : कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का एकदिवसीय दौरा खत्म होने के बाद अब बिहार कांग्रेस ने बड़ा ऐलान किया है। कांग्रेस ने बिहार में जय बापू- जय भीम- जय संविधान सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया है। फरवरी के दूसरे सप्ताह से इस सम्मेलन की शुरुआत चम्पारण से होगी। इसमें केंद्रीय नेताओं को भी बुलाया जाएगा।
प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि नीतीश सरकार जातीय सर्वे की रिपोर्ट पर अमल नहीं कर पा रही है। आरक्षण का दायरा नहीं बढ़ाया गया और न हीं उसे नौवी अनुसूची में शामिल कराया गया। 95 लाख गरीबों को भी दो-दो लाख नहीं दिए गए। मतलब साफ़ है कि नीतीश सरकार भाजपा के दबाव में काम कर रही है।
मालूम हो कि,इससे पहले कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों के साथ मिलकर बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के विचार को हराने का आह्वान किया था। जबकि बिहार में इस वर्ष विधानसभा चुनाव होना है।
इधर, राहुल ने पटना स्थित कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय सदाकत आश्रम में एक कार्यक्रम के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि संविधान की रक्षा सिर्फ कांग्रेस पार्टी का कार्यकर्ता कर सकता है। कांग्रेस पार्टी की विचारधारा नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान वाली विचारधारा है और दूसरी तरफ भाजपा-आरएसएस की विचारधारा नफरत व हिंसा की विचारधारा है।