Pahalgam Attack: ‘इंतजार कीजिए, आतंकवादी मारे जाएं तो पटाखा जरूर फोड़िएगा’ गृह राज्यमंत्री ने क्यों कही यह बात? New Traffic Rules: हद पार की तो धो बैठोगे ड्राइविंग लाइसेंस से हाथ, नियमों में सख्ती के बाद अब भारी पड़ेगी थोड़ी भी लापरवाही Pahalgam Attack BBC Coverage :भारत विरोधी नैरेटिव पर अंतरराष्ट्रीय मीडिया घिरा...पहलगाम हमले पर BBC की विवादित रिपोर्टिंग! Viral Video: मन होखे त बोलीं... बेटे के उपनयन संस्कार में मर्यादा लांघ गए मुखिया जी, बार बाला संग जमकर लगाए ठुमके; वीडियो वायरल Motor Vehicles Act road safety: भारत में ड्राइविंग लाइसेंस पर लागू होगा पॉइंट सिस्टम, बार-बार गलती पर रद्द हो सकता है लाइसेंस Eijaz Khan Ullu Show, House Arrest : न्यूडिटी परोसने वाले एजाज खान पर FIR ,9 मई को महिला आयोग के सामने पेशी Bihar Crime news: पूर्व प्रखंड प्रमुख को सरेआम मारी गोली, बदमाशों ने पति के सामने ही सिर में उतार दी बुलेट Bihar IAS News: कौन हैं बिहार कैडर की यह महिला IAS अफसर, जिन्हें UPSC में मिली बड़ी जिम्मेदारी? जानें... Bihar human rights violation: थाना लॉक-अप में युवक की पिटाई का मामला गरमाया, मानवाधिकार आयोग ने SSP मुजफ्फरपुर को भेजा नोटिस! Bihar Teachers: पटना हाईकोर्ट का ऐतिहासिक फैसला, प्राइवेट कॉलेज के इन शिक्षकों को वेतन के साथ-साथ पेंशन का भी मिलेगा लाभ
10-Feb-2025 11:17 PM
By First Bihar
जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की करारी हार के पीछे कई कारण गिनाए हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अस्थिर राजनीतिक स्थिति और राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ती सत्ता विरोधी लहर हार के मुख्य कारण थे।
इंडिया गठबंधन में शामिल होने और उससे अलग होने से समीकरण बिगड़े
एक साक्षात्कार में किशोर ने कहा कि केजरीवाल का विपक्षी पार्टी भारत गठबंधन में शामिल होना और फिर चुनाव से ठीक पहले उससे अलग होना एक बड़ी रणनीतिक भूल साबित हुई। इस गठबंधन में सोनिया गांधी और लालू प्रसाद जैसे नेता शामिल थे, जिनके खिलाफ केजरीवाल ने अपने शुरुआती दिनों में लड़ाई लड़ी थी।
शराब नीति घोटाले में गिरफ्तारी के बाद इस्तीफा न देना एक गलती साबित हुई
किशोर ने कहा कि "आप की हार का पहला कारण 10 साल की सत्ता विरोधी लहर थी। दूसरा और बड़ा कारण गिरफ्तारी के बावजूद केजरीवाल का मुख्यमंत्री बने रहना था। उन्हें जमानत के बाद इस्तीफा देकर किसी और को मुख्यमंत्री बना देना चाहिए था। यह एक बड़ी रणनीतिक भूल साबित हुई।"
शासन में खामियां हार का कारण बनी
किशोर ने कहा कि केजरीवाल का एलायंस में शामिल होना और फिर अचानक उसे छोड़ देना उनकी विश्वसनीयता के लिए नुकसानदेह साबित हुआ। उन्होंने कहा, "हाल के वर्षों में उनकी शासन शैली भी कमजोर रही है।" किशोर ने कहा कि जलभराव, सड़कों की खराब स्थिति और झुग्गीवासियों के जीवन स्तर में सुधार न कर पाने जैसी प्रशासनिक विफलताएं भी आप की हार का कारण बनीं।
भाजपा ने आप के 10 साल के शासन का अंत किया
भाजपा ने शनिवार को दिल्ली विधानसभा की 70 में से 48 सीटें जीतकर आप के 10 साल के शासन का अंत कर दिया। प्रशांत किशोर ने कहा, "झुग्गीवासियों की परेशानियों ने प्रशासन की खामियों को उजागर किया और केजरीवाल के शासन मॉडल को कमजोर किया।"