ब्रेकिंग न्यूज़

पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?

WHO REPORT: छोड़ दीजिए बस एक चीज़... कम हो जायगा डायबिटीज का खतरा

WHO REPORT: छोड़ दीजिए बस एक चीज़... कम हो जायगा डायबिटीज का खतरा

17-Nov-2023 02:12 PM

DESK: दुनियाभर में कितने ही लोगों की मौत हर साल डायबिटीज के कारण हो रही है। धीरे धीरे डायबिटीज के मरीजों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। आंकड़ों के अनुसार 2020 में करीब 7 लाख लोगों की जान डायबिटीज जैसे बिमारियों के कारण हुई थी, जिसका एक मुख्य कारण है धुम्रपान। बीडी-सिगरेट पिने वाले लोगों में डायबिटीज का खतरा सबसे अधिक होता है और जो लोग बीडी और सिगरेट नहीं पिते हैं उनमें इस बीमारी का खतरा 30 से 40 प्रतिशत तक कम हो जाता है।


WHO ने बताया है कि जो लोग धुम्रपान करते हैं उनमे ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित करने की क्षमता कम होती है। जिससे टाइप -2 मधुमेह हो सकता है। संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने कहा है कि टाइप -2 डायबिटीज दुनियाभर की सबसे पुरानी बीमारी में से एक है हालांकि एजेंसी का कहना है कि इस बीमारी को रोका जा सकता है। WHO के अनुसार डायबिटीज टाइप -2 होने का मुख्य कारण अधिक वजन बढ़ना, व्यायाम नहीं करना या फिर खान-पान में अनियमतता बरतना से होता है।


रिपोर्ट्स के अनुसार दुनियाभर में 53.7 करोड़ लोगों को डायबिटीज है और यह आंकड़े धीरे-धीरे बढ़ते ही जा रहे हैं। WHO ने कहा है कि धूम्रपान के कारण हृदय रोग, किडनी का फेल होना और अंधापन, डायबिटीज संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। डायबिटीज होने पर शरीर के घाव भरने में भी देरी होती है। इंटरनेशनल डायबिटीज फेडरेशन ने सरकारों से धुम्रपान के खिलाफ नीतिगत कदम उठाने की मांग की है।