कितने अमीर हैं भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन? चुनावी हलफनामे में संपत्ति और 5 मामलों का खुलासा खगड़िया पुलिस ने लॉन्च की आधिकारिक वेबसाइट, अब घर बैठे ऑनलाइन होगी शिकायत और सत्यापन लालू यादव के कथित आलीशान बंगले पर सियासत तेज, सम्राट चौधरी के बाद अब नीरज कुमार ने भी की बंगले में स्कूल खोलने की मांग PURNEA: बिहार सरकार के निर्देश पर अतिक्रमण के खिलाफ सख्त कार्रवाई, बनमनखी में दुकानों पर चला बुलडोजर वाहन जांच के दौरान 2.885 KG चांदी और 4 लाख कैश बरामद, दो गिरफ्तार Nitin Nabin: बीजेपी का कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद नितिन नवीन को मिलेंगी कितनी सुविधाएं, सैलरी मिलेगी या नहीं? जानिए.. Nitin Nabin: बीजेपी का कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद नितिन नवीन को मिलेंगी कितनी सुविधाएं, सैलरी मिलेगी या नहीं? जानिए.. Bihar Education News: शिक्षा विभाग के अफसरों को लिखने भी आता ! BEO ने एक पन्ने की चिट्ठी में 12 से अधिक गलती की Patna Crime News: पटना में दो पक्षों के बीच फायरिंग से हड़कंप, लाइसेंसी हथियार के साथ आरोपी गिरफ्तार Patna Crime News: पटना में दो पक्षों के बीच फायरिंग से हड़कंप, लाइसेंसी हथियार के साथ आरोपी गिरफ्तार
20-Feb-2024 11:08 AM
By Ganesh Samrat
PATNA: बिहार विधानसभा में बजट सत्र के दौरान विपक्ष ने भारी हंगामा किया है। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्य वेल में पहुंच गए और जोरदार हंगामा किया। विपक्षी सदस्य केके पाठक के खिलाफ प्रदर्शन कर रह हैं। विपक्षी विधायक नियोजित शिक्षकों के लिए सक्षमता परीक्षा का विरोध जता रहे हैं।
दरअसल, आज विपक्ष ने केके पाठक के मुद्दे पर सरकार को घेरने की रणनीति बना रखी थी। सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही विधानसभा के बाहर पूर्व शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर माले विधायकों के साथ केके पाठक के खिलाफ पोस्टर लेकर खड़ा थे और माले के विधायकों के साथ केके पाठक के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के लिए सक्षमता परीक्षा लिए जाने का विरोध जता रहे थे।
स्पीकर के सदन में पहुंचने के बाद जैसे ही विधानसभा की कार्यवाही शुरू हुई आरजेडी, माले और कांग्रेस के विधायक केके पाठक पर शिक्षकों को प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे और वेल में पहुंच गए। स्पीकर बार बार कहते रहे कि जो भी मुद्दा है उसे प्रश्नोत्तर काल के बाद उठाइएगा लेकिन विपक्ष के विधायक सुनने को तैयार नहीं थे।
विपक्षी सदस्यों का कहना था कि नियोजित शिक्षकों को राज्यकर्मी का दर्जा देने के नाम पर उन्हें प्रताड़ित करने का काम कर रही है। सदन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में विपक्ष ने जोरदार तरीके से नियोजित शिक्षकों के परीक्षा के मामले और KK पाठक के फैसले पर सवाल उठाया।
माले विधायक सत्यदेव राम सीएम नीतीश के टेबल के पास पहुंच गए और उनसे अपनी बात कही। स्पीकर के निर्देश पर विपक्ष के सदस्य अपने स्थान पर बैठ गए, जिसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इसपर जवाब देना पड़ा। मुख्यमंत्री ने विपक्ष को भरोसा दिलाया कि वे केके पाठक से बात करेंगे।