बेगूसराय में संदिग्ध हालात में बीटेक छात्र की मौत, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप BIHAR: 25 हजार का इनामी अपराधी सुदर्शन खां गिरफ्तार, 10 से अधिक मामलों में था वांछित महाराष्ट्र में हिंदी भाषियों पर हमले के खिलाफ समाजसेवी अजय सिंह ने भोजपुर में दर्ज कराई शिकायत, कार्रवाई की मांग बिहार में अपराधी बेलगाम: बेतिया में नाबालिग से गैंगरेप, भागलपुर में महिला से दुष्कर्म की कोशिश ISM पटना में “अंतरराष्ट्रीय शोध और उच्च अध्ययन” पर सेमिनार,भारत-यूरोप शिक्षा सहयोग पर हुई चर्चा Bihar News: CM नीतीश ने संविदा-आउटसोर्स वाली नियुक्ति को लेकर की बड़ी घोषणा...इन्हें मिलेगा बड़ा लाभ, जानें... बिहार के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा का जन्मदिन आज, भारत प्लस ग्रुप के CMD अजय सिंह ने दी बधाई Bihar Crime News: बिहार में उत्पाद विभाग की टीम पर फिर से हमला, दारोगा समेत चार जवान घायल; स्कॉर्पियो में तोड़फोड़ Bihar Crime News: बिहार में उत्पाद विभाग की टीम पर फिर से हमला, दारोगा समेत चार जवान घायल; स्कॉर्पियो में तोड़फोड़ Bihar Election 2025: बिहार में वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन विवाद के बीच चुनाव आयोग का X पर पोस्ट, दिया अनुच्छेद 326 का हवाला
21-Nov-2023 08:43 AM
By First Bihar
PATNA : बिहार के सभी पारंपरिक विश्वविद्यालयों और अंगीभूत कॉलेजों के शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के लिए यह काफी अच्छी खबर है। अब उन्हें बढ़ी हुई दर से महंगाई भत्ता मिलेगा। इसके साथ ही उन्हें अंतर बकाया राशि भी मिलेगी। शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। अब विभाग इस पर खर्च होने वाली राशि के आकलन में जुट गया है।
दरअसल, विभाग ने पिछले दिनों यह निर्णय लिया था कि बढ़ी हुई दर के हिसाब से महंगाई भत्ते की बकाया राशि एवं डीआर डिफरेंस मद की बकाया राशि का भुगतान पारंपरिक विश्वविद्यालयों एवं अंगीभूत महाविद्यालयों के सेवानिवृत्त शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों को भी होगा। इस संबंध में उच्च शिक्षा निदेशक रेखा कुमारी ने सभी परंपरागत विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों को निर्देश जारी किया है।
इसके तहत पारंपरिक विश्वविद्यालयों एवं अंगीभूत महाविद्यालयों के कार्यरत शिक्षक एवं शिक्षकेतर तथा सेवानिवृत्त कर्मियों के वेतनादि एवं गैर वेतनादि मद में जुलाई, 2022 से दिसंबर, 2022 तक 34 प्रतिशत से 38 प्रतिशत एवं जनवरी, 2023 एवं फरवरी, 2023 का 34 प्रतिशत से 42 प्रतिशत तक का महंगाई भत्ता एवं डीआर डिफरेंस की गणना कर भुगतान किया जाना है।
आपको बताते चलें कि, बिहार के सभी विश्वविद्यालयों व कालेजों में आउटसोर्सिंग से कर्मचारियों की कमी पूरी की जायेगी। इस संबंध में शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालयों से यह जानकारी मांगी है कि पहले से ऐसे कितने कर्मचारी रखे गये हैं। इस संबंध में उच्च शिक्षा निदेशक रेखा कुमारी ने सभी परंपरागत विश्वविद्यालयों के कुलसचिवों को निर्देश जारी किया है। इस निर्देश के अनुसार विश्वविद्यालयों को कर्मचारियों के पदनाम, स्वीकृत पद की संख्या, नियमित रूप से कार्यरत कर्मी की संख्या, आउटसोर्सिंग एजेंसी से कार्यरत कर्मी की संख्या, अन्य विधि से कार्यरत कर्मी की संख्या तथा भुगतान हेतु राशि के स्रोत का ब्योरा देना है।