Patna hotel attack : पटना में ठंडा चावल और कम नमक वाली दाल परोसे जाने पर बवाल, ग्राहक ने होटल संचालक का सिर फोड़ा सुप्रीम कोर्ट ने सम्राट चौधरी के खिलाफ दायर PIL किया खारिज, बिहार BJP का ऐलान- "यतो धर्मस्ततो जयः"..."सत्यमेव जयते" CM योगी के मंत्री ओपी राजभर का दावा- बिहार में बनेगी लालू के बेटे तेजस्वी की सरकार, हार रही NDA Bihar Election 2025: दूसरे चरण के चुनाव से पहले बिहार में चार लाख सुरक्षाकर्मी तैनात, ऐसे होगी विशेष निगरानी Bihar Politics: बिहार में दूसरे चरण की वोटिंग से पहले आरजेडी को बड़ा झटका, इस नेता ने थामा बीजेपी का दामन Bihar Politics: बिहार में दूसरे चरण की वोटिंग से पहले आरजेडी को बड़ा झटका, इस नेता ने थामा बीजेपी का दामन Jawaharlal Nehru Stadium : जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम की जगह बनेगी 102 एकड़ की ‘स्पोर्ट्स सिटी’, कतर-ऑस्ट्रेलिया मॉडल पर होगा निर्माण Government Schools: बिहार के स्कूलों में बदल गया यह नियम, इस दिन से होगा लागू; जानें पूरी खबर Bihar Election 2025: चुनाव ड्यूटी में तैनात कर्नाटक पुलिस के कांस्टेबल की मौत, सीने में तेज दर्द हुआ और चली गई जान Bihar Election 2025: चुनाव ड्यूटी में तैनात कर्नाटक पुलिस के कांस्टेबल की मौत, सीने में तेज दर्द हुआ और चली गई जान
02-Sep-2021 03:10 PM
PATNA : इस वक्त एक बड़ी खबर राजधानी पटना से सामने आ रही है. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव की मुश्कलें बढ़ गई हैं. राजद विधायक तेज प्रताप यादव की विधानसभा सदस्यता को हाईकोर्ट में चुनौती दी गई थी जिसपर आज हाईकोर्ट में सुनवाई हुई. कोर्ट में दोनों पक्षों की ओर से विभिन्न बिंदुओं को दाखिल किया गया. जस्टिस विरेन्द्र कुमार ने मामले पर सुनवाई करते हुए इसे रिकॉर्ड पर रखने का आदेश दिया है.
आपको बता दें कि हाईकोर्ट के जज जस्टिस बीरेंद्र कुमार की एकल पीठ ने विजय कुमार यादव की याचिका पर सुनवाई करते हुए यह आदेश दिया है. याचिकाकर्ता ने तेज प्रताप यादव के निर्वाचन को अमान्य करार देकर हारे हुए जदयू के उम्मीदवार राज कुमार राय को विजयी घोषित करने की मांग की है. याचिकाकर्ता विजय ने नामांकन पत्र के साथ अपनी संपत्ति का सही-सही पूर्ण विवरण नहीं देने का का आरोप लगाया है.
अब इस मामलें पर 30 सितंबर को सेटलमेंट ऑफ इशू और गवाही पर सुनवाई की जाएगी. गवाही में संबंधित पक्षकारों द्वारा उन दस्तावेजों और गवाहों की लिस्ट भी दी जाएगी ,जो इस मुकदमें से जुड़े हुए होंगे.
आरजेडी विधायक और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव के वकील जगन्नाथ सिंह ने बताया कि याचिकाकर्ता ने जनप्रतिनिधि एक्ट, 1951 की धारा 100 का हवाला देते हुए तेज प्रताप के निर्वाचन को अमान्य अर्थात वॉइड करार देने के लिए याचिका दायर किया है.