सहरसा में बाइक की डिक्की से चोरी हुए 3 लाख रूपये कटिहार से बरामद, आरोपी फरार आर्केस्ट्रा में नाबालिगों के शोषण के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 21 लड़कियों को कराया मुक्त, 3 आरोपी गिरफ्तार बेगूसराय में बाइक सवार युवकों की दबंगई, 10 रूपये की खातिर पेट्रोल पंप पर की मारपीट और फायरिंग SUPAUL: छातापुर में संतमत सत्संग का 15वां महाधिवेशन संपन्न, VIP के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा ने महर्षि मेही परमहंस को दी श्रद्धांजलि Sonia Gandhi Admitted: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबीयत बिगड़ी, इलाज के शिमला के अस्पताल पहुंचीं Sonia Gandhi Admitted: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबीयत बिगड़ी, इलाज के शिमला के अस्पताल पहुंचीं Bihar News: बिहार महिला आयोग में भी अध्यक्ष-सदस्यों की हुई नियुक्ति, इन नेत्रियों को मिली जगह, जानें... Bihar Crime News: बिहार में पंचायत के दौरान खूनी खेल, गोली मारकर युवक की हत्या; गोलीबारी से दहला इलाका Bihar News: बिहार को मिली एक और बड़ी उपलब्धि, शिक्षा, शोध और सेवा को नई उड़ान; डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने क्या कहा? Bihar News: बिहार को मिली एक और बड़ी उपलब्धि, शिक्षा, शोध और सेवा को नई उड़ान; डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने क्या कहा?
12-Dec-2022 04:44 PM
By RANJAN
KAMIUR : बिहार सरकार के पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने एक बार फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथ लिया है। उन्होंने कहा बिहार में बस यही स्लोगन और नारा सुनाई देता है कि बिहार में बहार है और नीतीशे कुमार है। उसी तरह देश में मोदी सरकार होता है। कहीं यह नहीं कहा जाता कि 135 करोड़ देशवासियों की सरकार है या भारत की सरकार है। क्या यही डेमोक्रेसी रह गया है।
दरअसल, बिहार के पूर्व कृषि मंत्री कैमूर जिले के एमपी कॉलेज मोहनिया में आयोजित नेशनल सेमिनार में पहुंचे थे। जहां उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि, 18 महीने में एक व्यापारी से अमेरिका जैसे मेच्योर देश में राष्ट्रपति के पद पा लेते हैं। लेकिन दुनिया का अजूबा है कि हमारे यहां 18 महीने में वार्ड कमिश्नर का भी चुनाव कोई नहीं जीतता है। हमारे इंडिया में किसी का बाल काले हैं तो कहा जाता है चुनाव लड़ने के लिए अभी मेच्योर नहीं हुआ है। सबसे बड़ा आरोप राजनीति में लगाया जाता है कि अगर इसका सब बाल काले हैं तो यह अच्छा से चुनाव नहीं लड़ पाएगा। इसको लेकर कई लोगों ने अपने सफेद बाल को रंगा तक नहीं।
इसके अलावा उन्होंने राज्य के कृषि पर अपना ध्यान केंद्रित करते हुए कहा कि, हमारे यहां धान और बीज का हाल तो देख ही रहे हैं आप। हमारे यहां संभव नहीं है कि पुलिस वाले किसी प्रधानमंत्री के खिलाफ मार्च कर दे। अभी हम और देशों के अपेक्षा काफी पीछे हैं। डेमोक्रेसी सिर्फ नाम की रह गई है। बिहार में नारा दिया जाता है कि बिहार में बहार है और नीतीशे कुमार है। मतलब सिर्फ एक व्यक्ति से बिहार में पहचान बताया जाता है। उसी तरह हमारे देश के प्रधानमंत्री अगर कहीं भी जाते हैं तो चौक चौराहे पर नारा दिया जाता है मोदी सरकार। भारत की सरकार या देश की सरकार नहीं कहा जाता। मतलब एक व्यक्ति से पहचान देने का कोशिश किया जाता है। देश किस संकट के दौर से गुजर रहा है इसका अंदाजा नहीं लगाया जा सकता।