ब्रेकिंग न्यूज़

कितने अमीर हैं भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन? चुनावी हलफनामे में संपत्ति और 5 मामलों का खुलासा खगड़िया पुलिस ने लॉन्च की आधिकारिक वेबसाइट, अब घर बैठे ऑनलाइन होगी शिकायत और सत्यापन लालू यादव के कथित आलीशान बंगले पर सियासत तेज, सम्राट चौधरी के बाद अब नीरज कुमार ने भी की बंगले में स्कूल खोलने की मांग PURNEA: बिहार सरकार के निर्देश पर अतिक्रमण के खिलाफ सख्त कार्रवाई, बनमनखी में दुकानों पर चला बुलडोजर वाहन जांच के दौरान 2.885 KG चांदी और 4 लाख कैश बरामद, दो गिरफ्तार Nitin Nabin: बीजेपी का कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद नितिन नवीन को मिलेंगी कितनी सुविधाएं, सैलरी मिलेगी या नहीं? जानिए.. Nitin Nabin: बीजेपी का कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद नितिन नवीन को मिलेंगी कितनी सुविधाएं, सैलरी मिलेगी या नहीं? जानिए.. Bihar Education News: शिक्षा विभाग के अफसरों को लिखने भी आता ! BEO ने एक पन्ने की चिट्ठी में 12 से अधिक गलती की Patna Crime News: पटना में दो पक्षों के बीच फायरिंग से हड़कंप, लाइसेंसी हथियार के साथ आरोपी गिरफ्तार Patna Crime News: पटना में दो पक्षों के बीच फायरिंग से हड़कंप, लाइसेंसी हथियार के साथ आरोपी गिरफ्तार

1 महीने के अंदर लगने वाला है तीसरा ग्रहण, इन 4 राशि वालों को होगा भारी नुकसान

1 महीने के अंदर लगने वाला है तीसरा ग्रहण, इन 4 राशि वालों को होगा भारी नुकसान

03-Jul-2020 11:58 AM

DESK : रविवार को साल का तीसरा चंद्रग्रहण लगने वाला है. इस ग्रहण की ख़ास बात यह है कि यह उपछाया चंद्र ग्रहण है और यह गुरु पूर्णिमा के दिन लग रहा है. समय के अनुसार यह चंद्रग्रहण सुबह 8 बजकर 37 मिनट पर शुरू होगा और 11 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगा. इस ग्रहण को दक्षिण एशिया के कुछ हिस्से, अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया में देखा जा सकता है. ज्योतिषशास्त्र के अनुसार यह ग्रहण धनु राशि में लगने वाला है. 


क्या है उपछाया चंद्रग्रहण ?
जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच में आ जाती है अर्थात सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीधी रेखा में होती है तो चंद्रग्रहण लगता  है. लेकिन जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच में तो होती है पर ये  तीनों एक सीधी लाइन में नहीं होते हैं तो उपछाया चंद्रग्रहण लगता  है.


क्या है धार्मिक महत्व 
हिंदू धर्म में ग्रहण और ग्रहण काल का बहुत महत्व है. कीड़ी भी ग्रहण के 9 घंटे पहले सुतक काल शुरू हो जाता है. इस दौरान मंदिर में भगवन के पट बंद कर दिए जाते हैं. पर ये ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देने वाला है इस लिए सुतक काल भारत में मान्य नहीं होगा. लेकिन ज्योतिष के जानकार की माने तो ग्रहण काल खत्म होने के बाद घर की साफ-सफाई और स्नान-ध्यान जरूर करना चाहिए. ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि राहु और केतू का नकारात्मक प्रभाव चंद्रमा पर रहता है.जिस वजह से व्यक्ति दोषग्रस्त हो जाता है.


इन राशि वालों पर होगा असर   

इस ग्रहण का सबसे ज्यादा असर  4 राशि वाले जातकों पर पड़ने वाला है.  वो है - मिथुन,कर्क, तुला और धनु राशि.  

मिथुन राशि- भले ही यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं दे रहा है लेकिन इसका प्रभाव मिथुन राशि वाले जातको पर पड़ेगा. मिथुन राशि वाले जातकों के सातवें भाव में यह ग्रहण पड़ेगा, इसलिए इसका बुरा असर होगा.  जीवनसाथी की सेहत खराब हो सकती है और उन्हें बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है. वहीं व्यापार में पार्टनरशिप पर भी इसका असर पड़ेगा.  इस दौरान मानिसक तौर पर निर्बल महसूस करेंगे. खर्चों में बढ़ोतरी होगी. 

कर्क राशि-चंद्र ग्रहण का सबसे ज्यादा असर कर्क राशि वाले जातको पर पड़ेगा. ये ग्रहण कर्क राशि के छठे भाव में पड़ेगा. जिससे खर्चों में बढ़ोतरी होगी. वहीं इसका असर आपके निजी रिश्ते पर भी पड़ेगा. ग्रहण से रिश्ते प्रभावित हो सकते हैं. 

तुला राशि- तुला राशि वाले जातकों के तीसरे भाव में ग्रहण लगने जा रहा है. इस दौरान इस राशि वाले जातकों को संभल कर रहना होगा नहीो तो बेवजह की बदनामी हो सकती है. 

 धनु राशि- धनु राशि वाले जातकों के दांपत्य जीवन पर ग्रह का विशेष प्रभाव पड़ेगा. इसकी वजह यह है कि यह ग्रहण धनु राशि में ही लगने जा रहा है. इसलिए इन्हें अपनी सेहत और दांपत्य जीवन पर ध्यान देने की जरुरत है.