ब्रेकिंग न्यूज़

शराबबंदी की साख पर सवाल: जदयू महासचिव राजेश रजक शादी में शराब पीते गिरफ्तार पीएम मोदी की निजी सचिव निधि तिवारी की सैलरी कितनी है? 8वें वेतन आयोग से कितना होगा इजाफा? जानिये.. Bihar Politics: बिहार चुनाव से पहले VIP का थीम सॉन्ग लॉन्च, सहनी बोले- आरक्षण हमारा हक, हम इसे लेकर रहेंगे Bihar Politics: बिहार चुनाव से पहले VIP का थीम सॉन्ग लॉन्च, सहनी बोले- आरक्षण हमारा हक, हम इसे लेकर रहेंगे Railway News: अब टिकट के लिए लाइन में नहीं लगना पड़ेगा, बिहार के 702 रेलवे स्टेशनों पर ATVM लगाने की तैयारी Bihar News: सीएम नीतीश कुमार अचानक पहुंच गए हाजीपुर, भागे-भागे पहुंचे अधिकार; फोर लेन पुल का किया निरीक्षण 10 रूपये की खातिर नोजल मैन की पिटाई करने वालों को पुलिस ने दबोचा, 25 हजार का ईनामी भी गिरफ्तार Bihar News: चिराग की रैली में दिव्यांग युवक से धक्का-मुक्की, ट्राईसाइकिल क्षतिग्रस्त; बिहार फर्स्ट-बिहारी फर्स्ट के नारे को बताया झूठा Bihar School News: बिहार के 40 हजार से अधिक स्कूलों में होने जा रहा यह बड़ा काम, नीतीश सरकार ने दे दी मंजूरी Bihar School News: बिहार के 40 हजार से अधिक स्कूलों में होने जा रहा यह बड़ा काम, नीतीश सरकार ने दे दी मंजूरी

राजीव गांधी का हत्यारा उनके ही नाम पर बने अस्पताल में मरा,अपनों से मिलने की देखता रहा राह

राजीव गांधी का हत्यारा उनके ही नाम पर बने अस्पताल में मरा,अपनों से मिलने की देखता रहा राह

28-Feb-2024 11:01 AM

By First Bihar

DESK : पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के मामले में बरी किए गए दोषी संथन का बुधवार को निधन हो गया। संथन ने चेन्नई के राजीव गांधी जनरल अस्पताल में बुधवार सुबह अपनी आखिरी सांस ली। अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि सुबह 7:50 बजे संथन ने दम तोड़ा। वह लिवर फेलियर के साथ क्रिप्टोजेनिक सिरोसिस से पीड़ित था। उसे 27 जनवरी को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 


अस्पताल के डीन डॉ. ई थेरानिराजन ने कहा कि भर्ती होने के बाद से ही संथान की स्थिति गंभीर बनी हुई थी। इसके बाद उन्हें बीमारी की अवस्था में बुधवार सुबह कार्डिएक अरेस्ट आया, जिसमें उनकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि कार्डिएक अरेस्ट के बाद शुरुआत में लगा था कि वह रिकवर हो जाएंगे, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। संथान को राजीव गांधी की हत्या के मामले में फांसी का सजा दी गई थी, जिसे बाद में उम्रकैद में तब्दील कर दिया गया था। यही नहीं नवंबर 2022 में ही संथान समेत अन्य 5 हत्यारों को भी रिहा कर दिया गया था। इन सभी लोगों ने करीब 32 साल की जेल की सजा काटी थी। 


वहीं, रिहाई के बाद भी इन लोगों को त्रिची सेंट्रल जेल के स्पेशल कैंपस में रखा गया था। इसकी वजह यह थी कि ये मूल रूप से श्रीलंका के नागरिक थे और उनके पास ना तो पासपोर्ट था और ना ही ट्रैवल डॉक्युमेंट्स थे। संथान ने मद्रास हाई कोर्ट में अर्जी दाखिल करके यह मांग भी थी कि उन्हें श्रीलंका भेजने की व्यवस्था की जाए क्योंकि वह अपनी बुजुर्ग मां से मिलना चाहते हैं। हालांकि इस पर कोई फैसला होने से पहले ही खुद संथान की ही लंबी बीमारी के बाद मौत हो गई।