Bihar Election 2025: बिहार चुनाव से पहले RJD को बड़ा झटका, अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के 50 नेताओं ने दिया सामूहिक इस्तीफा Bihar Election 2025: बिहार चुनाव से पहले RJD को बड़ा झटका, अति पिछड़ा प्रकोष्ठ के 50 नेताओं ने दिया सामूहिक इस्तीफा Crime News: BJP नेता की हत्या के मामले में पूर्व विधायक समेत 12 लोग अरेस्ट, 50 लाख की दी गई थी सुपारी Crime News: BJP नेता की हत्या के मामले में पूर्व विधायक समेत 12 लोग अरेस्ट, 50 लाख की दी गई थी सुपारी Bihar Election 2025 : पीएम मोदी और अमित शाह की रैलियों से बढ़ा चुनावी पारा, एक साथ बिहार में हुंकार भरेंगे दोनों बड़े नेता; बढ़ जाएगी तेजस्वी की टेंशन Bihar Politics : हवाई टिकट के फेरा में विधायकी गवांने वाले 'सहनी' का RJD से इस्तीफा....अब BJP का दामन थामने जा रहे Chhath Puja 2025: छठ पूजा को लेकर दिल्ली सरकार का बड़ा फैसला, महापर्व में अब इतने दिन की रहेगी छुट्टी Chhath Puja 2025: छठ पूजा को लेकर दिल्ली सरकार का बड़ा फैसला, महापर्व में अब इतने दिन की रहेगी छुट्टी JNVST 2026 कक्षा 9वीं और 11वीं प्रवेश: आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ी, अब इस डेट तक करें रजिस्ट्रेशन; जानिए क्या है एग्जाम पैटर्न Rishabh Tandon Death: बॉलीवुड इंडस्ट्री से एक दुखद खबर, दिल का दौरा पड़ने से सिंगर-एक्टर ऋषभ टंडन का निधन
25-Aug-2020 03:48 PM
By Ajay Ray
BUXAR : अखिल भारतीय रेल बचाओ देश बचाओ संघर्ष समिति के द्वारा बक्सर रेलवे स्टेशन पर रेलवे निजीकरण के विरोध में एक दिवसीय धरना दिया गया. इस दौरान धरना में शामिल लोगों ने जमकर नारेबाजी की और रेलवे के निजीकरण के विरोध में आवाज बुलंद की. धरना का समर्थन करने पहुंचे बक्सर के कांग्रेस विधायक संजय तिवारी ने भी इस दौरान केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा और सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए. संजय तिवारी ने कहा कि अन्य क्षेत्रों में निजीकरण के बाद अब केंद्र सरकार की नजर रेलवे पर पड़ गई है जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार रेलवे का निजीकरण करके आम लोगों का हक मार रही है जिसे कभी होने नहीं दिया जाएगा.
इधर कोरोना काल में बिना परमिशन के धरना प्रदर्शन कर रहे लोगों को रेलवे प्रशासन ने रोकने की पूरी कोशिश की लेकिन धरना में शामिल लोगों ने प्रशासन की एक नहीं सुनी और भीड़ इकट्ठा कर धरना प्रदर्शन और हो हंगामा करते रहे. इस बाबत रेल डीएसपी अशोक कुमार दास ने बताया कि नियमों का उल्लंघन कर धरना दे रहे लोगों को रोकने का हर संभव प्रयास किया गया लेकिन लोगों ने प्रशासन की एक नहीं सुनी, ऐसे में इनके खिलाफ जो भी कानून सम्मत कार्रवाई होगी वह की जाएगी.
गौरतलब है कि रेलवे निजीकरण के खिलाफ अब धीरे-धीरे लोग न केवल आवाज बुलंद करते नजर आ रहे हैं बल्कि कई संगठनों का भी इनको समर्थन मिल रहा है ऐसे में यह आंदोलन धीरे-धीरे बड़ा रुक तैयार कर रहा है ऐसे में सरकार द्वारा रेलवे के निजीकरण का फैसला आगे क्या रंग लाएगा यह देखना भी काफी दिलचस्प होगा।