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10-May-2020 11:00 AM
By Ramesh Rai
SAMASTIPUR : सरकार ने प्रवासी मजदूरों और छात्रों को बाहर से ट्रेन और बसों से उनके घर तक पहुंचाने का फैसला तो ले लिया है लेकिन कोरोना के भय से अब उनके गांव के लोग ही उनको घर तक आने का जबरदस्त विरोध कर रहे है।
ताजा मामला समस्तीपुर के विभूतिपुर थाना के केराय रूपौली खुर्द गाँव का है जहां एक दर्जन प्रवासी मजदूरों को बस से वापस उतारने के बाद एम्बुलेंस से उनके घर पर ही होम कोरन्टीन करने के लिए भेजा गया लेकिन उनके गांव के लोग एम्बुलेंस से सभी को उतरते देख भड़क गए।उनके साथ गई पुलिस टीम और स्वास्थ्य कर्मियों पर भी हमला बोल दिया।
वरीय अधिकारियों की पहल पर फिर उन सभी को पंचायत के ही एक स्कूल में ठहराने की व्यवस्था की गई लेकिन उस स्कूल के आसपास के लोग भी उग्र हो गए और सभी पर पथराव और मारपीट शुरू कर दिया।एम्बुलेंस और पुलिस वाहन को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया।बाद में भारी संख्या में पुलिस कर्मियों के साथ डीएसपी एस अख्तर मौके पर पहुंचकर कैम्प कर रहे है।बाद में इन सभी मजदूरों को विभूतिपुर प्रखंड कार्यालय के पास पहले से बनाए गए कोरन्टीन सेंटर पर रखवा दिया गया है।