Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एक्टिव हुआ पटना जिला प्रशासन, इस दिन से शुरू होगा हथियारों का वेरिफिकेशन Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एक्टिव हुआ पटना जिला प्रशासन, इस दिन से शुरू होगा हथियारों का वेरिफिकेशन Viral Video: वायरल वीडियो कांड में BJP बड़ा एक्शन, पार्टी से निकाले गए बब्बन सिंह रघुवंशी; डांसर के साथ पार कर गए थे सारी हदें Viral Video: वायरल वीडियो कांड में BJP बड़ा एक्शन, पार्टी से निकाले गए बब्बन सिंह रघुवंशी; डांसर के साथ पार कर गए थे सारी हदें Life Style: ये तीन फूड्स खाए तो पड़ सकते हैं लेने के देने, शरीर के लिए हैं काफी खतरनाक; जानिए... DARBHANGA: राहुल गांधी पर 2 केस दर्ज, 20 नामजद कांग्रेस नेता और 100 अज्ञात के खिलाफ भी प्राथमिकी Bihar News: डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने की हाई लेबल मीटिंग, अधिकारियों को दिए यह निर्देश Bihar News: डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने की हाई लेबल मीटिंग, अधिकारियों को दिए यह निर्देश Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज, BLA प्रशिक्षण का तीसरा चरण सम्पन्न Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज, BLA प्रशिक्षण का तीसरा चरण सम्पन्न
05-Jul-2022 08:00 AM
PATNA: पीएमसीएच में कंबल घोटाले का मामला सामने आया है. इस मामले में अस्पताल के अधीक्षक डॉ. इंद्रशेखर ठाकुर ने केस दर्ज कराया है. अधीक्षक के बयान पर शल्य भंडार के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. चंदन, शल्य भंडार के तत्कालीन भंडारपाल हेमंत कुमार और तकनीकी सहयोगी शिवेंद्र प्रस्वद पर केस दर्ज किया गया है. एफआईआर दर्ज कर पुलिस मामले की जांच कर रही है.
दरअसल, पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के शल्य भंडार के औचक निरीक्षण के दौरान पाया गया है कि कम्प्यूटराइज स्टॉक में 334 कंबल लिखा है, जबकि में भंडार में 14 ही हैं। रोष 320 कंबल कहां गए इसका अबतक हिसाब नहीं मिल पाया है. पीएमसीएच के शल्य भंडार का औचक निरीक्षण 27 जनवरी 2022 को किया गया. इस दौरान पीएमसीएच के उपाधीक्षक, मुख्य आकस्मिक चिकित्सा पदाधिकारी, राज्य भंडार के चिकित्सा पदाधिकारी, भंडारपाल, तत्कालीन भंडारपाल सहित अन्य लोग उपस्थित थे.
एफआईआर में कहा गया है कि तत्कालीन भंडारपाल हेमंत शर्मा ने शल्य भंडार का संपूर्ण प्रभार भंडारपाल महेश प्रसाद को नहीं सौंपा है. वहीं कार्यालय से उन्हें 19 अप्रैल को रिमाइंडर दिया जा चुका है. इनका वेतन भी रोक दिया गया है. अधीक्षक ने पुलिस से कहा कि भंडार का कार्य और रखरखाव की महत्वपूर्ण जिम्मेवारी भंडारपाल और तकनीकी सहयोगी की होती है. साथ ही चिकित्सा पदाधिकारी भंडार समीक्षक होते हैं. इसी कारण इन तीनों पर एफआईआर की गई है.