Burdwan Bus Accident: पश्चिम बंगाल के बर्दवान में भीषण सड़क हादसा, बिहार के 10 तीर्थयात्रियों की मौत; दर्जनों घायल Bihar News: पोखर से बरामद हुआ शिक्षक का शव, विवाद के बाद से थे लापता ₹1 लाख करोड़ की रोजगार योजना आज से लागू, लाल किले से PM MODI का बड़ा ऐलान गांधी मैदान से CM नीतीश ने की कई बड़ी घोषणाएं...नौकरी के लिए परीक्षा देने वालों के लिए खुशखबरी, परदेश से घर आने वालों के लिए बड़ी घोषणा, और भी बहुत कुछ जानें... Asia Cup 2025: भारत के स्टार ओपनर को चयनकर्ताओं का झटका, बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद नहीं मिलेगी टीम में जगह Bihar News: गांधी मैदान से CM नीतीश का ऐलान- बताई अपनी प्राथमिकता, पूर्व की सरकार पर भी साधा निशाना Bihar Weather: 15 अगस्त को बिहार के इन जिलों में होगी बारिश, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट बाढ़ पीड़ितों के लिए भोजपुर के बड़हरा में भोजन वितरण और सामुदायिक किचन का पांचवां दिन Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी Bihar News: बिहार के इन 46 प्रखंडों में खुलेंगे नए प्रदूषण जांच केंद्र, बिहार सरकार दे रही इतनी सब्सिडी
21-Feb-2024 10:56 AM
By First Bihar
PATNA : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कल ही विधानसभा के अंदर से राज्य के सभी सरकारी स्कूलों के टाइम में बदलाव करने का निर्णय लिया था। उन्होंने विधानसभा में हंगामे के बाद यह घोषणा की। बता दें कि सरकारी स्कूल सुबह 9 बजे से शाम पांच बजे तक खोलने के पाठक के आदेश से शिक्षकों में रोष था। इसे लेकर ही विधायकों ने अपनी बात सदन में रखी। उसके बाद देर शाम इसको लेकर लेटर भी जारी भी कर दिया गया है।
वहीं, अब सोशल सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें के के पाठक को यह कहते हुए दिखाया गया है कि भले ही राज्य के सरकारी स्कूल में पठन-पाठन का कार्य सुबह 10:00 बजे से होगा लेकिन सभी शिक्षकों को विद्यालय 9:00 बजे ही आना होगा। हालांकि पहले घंटी 10:00 बजे ही लगेगी लेकिन बाकी के कार्य के लिए उन्हें सुबह 9:00 बजे स्कूल आना होगा और देर शाम मिशन दक्ष के लिए भी उन्हें रुकना होगा। ऐसे में अब पाठक के इस आदेश को लेकर विपक्ष के नेता ने फिर से सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं।
ऐसे में अब इस पुरे मामले को लेकर बिहार की विपक्षी दल राजद के विधायक ने कहा कि जो अधिकारी मंत्रिमंडल की भी बात नहीं मानता है वैसे अधिकारी को कान पड़कर बाहर कर देना चाहिए। सदन में कल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मैं आदेश दिया था नहीं माना आज ही दिखवाता हूं। उन्होंने घोषणा किया कि आज से ही नया टाइम टेबल लागू करवा दूंगा। लेकिन हकीकत है कि उसमें कोई बदलाव नहीं हुआ है। इसलिए ऐसे में के के पाठक जैसे पदाधिकारी को कान पड़कर बाहर कर देना चाहिए।
राजद विधायक ने कहा कि जब अधिकारी सरकार का बात नहीं मानते हैं मंत्रिमंडल की बात को नहीं सुनते हैं तो ऐसे पदाधिकारी पर निश्चित रूप से एक्शन होना चाहिए। यह हमारे शिक्षकों का हित की अनदेखी है और मैं इसे बर्दाश्त नहीं करूंगा। उधर, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक को लेकर पूर्व शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने कहा है कि- जिस तरीके से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश हुआ लेकिन उसके बावजूद किस तरीके के चिट्ठी निकली है मुख्यमंत्री सिर्फ मुखौटा है।