पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?
28-May-2020 09:08 AM
RANCHI : कोरोना संकट के इस काल में अभी तक जो प्रवासी मजदूरों की तस्वीरें सामने आई है, उसमें वे पैदल, ट्रक से या ट्रेन से घर लौटते दिखाई दे रहे हैं. लेकिन गुरुवार को पहली बार फ्लाइट से मजदूरों की घर वापसी हुई है. मुंबई से 177 प्रवासी मजदूरों को लेकर मुंबई से एक फ्लाइट रांची पहुंची. फ्लाइट लैंडिंग के दौरान रांची के श्रम मंत्री खुद एयरपोर्ट पर मौजूद रहें.
झारखंड सरकार के प्रयास और एलुमनाई नेटवर्क ऑफ नेशनल लॉ स्कूल बेंगलुरु के सहयोग से एयर एशिया की फ्लाइट से आज झारखंड के 177 प्रवासी मजदूर रांची एयरपोर्ट पहुंचें. इस पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने खुशी जताते हुए कहा कि हमारी सरकारी की पहली प्राथमिकता मजदूरों की घर वापसी कराना है और इसके लिए पूरे प्रयास किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जल्द ही लद्दाख और अंडमान निकोबार में फंसे झारखंडी मजदूरों को सरकार फ्लाइट से वापस लाएगी.
बता दें कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने केंद्रीय गृह मंत्रालय अमित शाह को पत्र लिखकर प्रदेश के प्रवासी मजदूरों को चार्टड प्लेन से वापस लाने की अनुमति मांगी थी. इस बारे में उनका कहना है कि द्दाख, अण्डमान और नार्थ ईस्ट में फंसे मजदूरों को बस या ट्रेन से लाना संभव नहीं. ऐसे में इन इलाकों से मजदूरों को चार्टर्ड प्लेन से लाने की अनुमति गृह मंत्रालय से मांगी गई थी, जिसपर गृह मंत्रालय ने अनुमती दे दी है. जानकारी के मुताबिक लद्दाख में करीब 200 और उत्तर-पूर्वी राज्यों में करीब 450 झारखंडी श्रमिक फंसे हुए हैं. केंद्र सरकार की मंजूरी के बाद पहली बार फ्लाइट से मजदूरों को मुंबई से रांची लाया गया.