ब्रेकिंग न्यूज़

बिहार बदलाव यात्रा के तहत गोपालगंज के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे प्रशांत किशोर, पहले दिन चार जनसभाओं को किया संबोधित छपरा और सीवान पहुंचे तेजस्वी यादव ने शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि, परिजनों से हर संभव मदद का किया वादा BIHAR: मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, सेकेंड्री लोडिंग प्वाइंट से होगी आपूर्ति बिहार में MSP पर दलहन-तेलहन खरीद के लिए नई व्यवस्था होगी लागू, बाजार मूल्य की अनिश्चितता से किसानों को मिलेगी राहत Bihar Crime News: बिहार में लूटपाट के दौरान युवक को मारी गोली, घर लौटने के दौरान बदमाशों ने बीच रास्ते में घेरा Bihar News: बिहार के इस जिले में 1000 करोड़ की लागत से सीमेंट ग्राइंडिंग इकाई की होगी स्थापना, 200 एकड़ में लगेगा उद्योग...500 लोगों को रोजगार Bihar News: बिहार में मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, नहीं प्रभावित होगी आपूर्ति; सरकार ने की यह व्यवस्था Bihar News: बिहार में मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, नहीं प्रभावित होगी आपूर्ति; सरकार ने की यह व्यवस्था Hot Water Bath: हर दिन गर्म पानी से नहा रहे हैं? सेहत पर पड़ सकता है ये असर; जानिए.. फायदे और नुकसान Hot Water Bath: हर दिन गर्म पानी से नहा रहे हैं? सेहत पर पड़ सकता है ये असर; जानिए.. फायदे और नुकसान

50 हजार TET-STET अभ्यर्थियों को मिला शिक्षक बनने का मौका, चल रही है बहाली प्रक्रिया

50 हजार TET-STET अभ्यर्थियों को मिला शिक्षक बनने का मौका, चल रही है बहाली प्रक्रिया

26-Feb-2020 02:41 PM

PATNA : सरकार के एक फैसले से बिहार के लगभग 50 हजार अभ्यर्थियों को शिक्षक बनने का बड़ा मौका मिलने जा रहा है। 2019 में खत्म हुई टीईटी-एसटीईटी अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र की वैधता को सरकार ने दो साल के लिए बढ़ा दिया है। सरकार ने पहले सात साल की वैधता तय की थी जिसे बढ़ा कर नौ साल कर दिया गया है।


सरकार के इस फैसले से छठे चरण में होने वाली शिक्षक बहाली प्रकिया में लगभग 50 हजार अभ्यर्थियों को सीधा फायदा मिलेगा। सात साल वाली वैधता के नियमों की वजह से इन अभ्यर्थियों को अब तक शिक्षक बहाली प्रकिया में शामिल होने का मौका नहीं मिला था।


गौरतलब है  कि 2012 में आयोजित एसटीईटी में 75 हजार ऐसे अभ्यर्थी शामिल हुए थे, जिन्होंने प्रशिक्षण प्राप्त नहीं किया था। ऐसे अभ्यर्थियों को राज्य सरकार ने ट्रेनिंग लेने को कहा था। सरकार के निर्देश के बाद ट्रेंड होने के बावजूद भी कुछ अभ्यर्थी बच गये थे, जिनका नियोजन नहीं हो पाया था। इस बीच 2019 में प्रमाणपत्र की वैधता खत्म हो गयी थी।