ब्रेकिंग न्यूज़

समाजसेवी अजय सिंह ने मदद के बढ़ाए हाथ, पुलिस और आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को सौंपा जंपिंग गद्दा Success Story: पुलिस ने मांगी रिश्वत तो लड़की ने शुरू कर दी UPSC की तैयारी, पहले IPS बनीं; फिर IAS बनकर पिता का सपना किया साकार JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा BIHAR NEWS: बिहार के गरीबों के लिए 2102 करोड़ रू की मंजूरी, जल्द ही खाते में जायेगी राशि, डिप्टी CM ने PM मोदी को कहा 'धन्यवाद' Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग!

नीतीशराज में शराब के नाम पर गरीबों पर जुल्म की इंतहा देखिये: डॉक्टर-पुलिस ने कागज पर फूंक मरवायी और लिख दिया-ये शराबी है

नीतीशराज में शराब के नाम पर गरीबों पर जुल्म की इंतहा देखिये: डॉक्टर-पुलिस ने कागज पर फूंक मरवायी और लिख दिया-ये शराबी है

01-Nov-2023 06:30 PM

PATNA: शराबबंदी वाले बिहार में किसी गरीब आदमी ने शराब पी रखी है या नहीं, इसकी जांच का सबसे नायाब तरीका देखिये. पुलिस के साथ साथ सरकारी अस्पताल के डॉक्टर ने उस आदमी से कागज पर फूंक मरवाया. उसे सूंघा और सर्टिफिकेट बना दिया कि ये शराबी है. पुलिस ने एक नहीं बल्कि गरीब तबके से आने वाले 9 लोगों को इसी सर्टिफिकेट के आधार पर जेल भेज दिया.


बिहार में शराब के नाम पर सरकारी फर्जीवाड़े का वीडियो वायरल हो गया है. ये वीडियो पूर्वी चंपारण जिले के रक्सौल अनुमंडलीय अस्पताल का है. घटना के संबंध में जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक रक्सौल पुलिस ने 11 लोगों को शराब पीने के आरोप में पकड़ा था. उन लोगों को मेडिकल जांच के लिए हथकड़ी पहनाकर रक्सौल अनुमंडल अस्पताल लाया गया. हॉस्पीटल के डॉक्टर ने ऐसे ही जांच की और 9 लोगों के शराब पीने की पुष्टि कर दी. 


ये वाकया दो दिन पहले का बताया जा रहा है. रक्सौल अस्पताल में ना तो ब्रेथ एनालाइजर है और ना ही ब्ल़ड में अल्कोहल मापने का कोई साधन. ऐसे में डॉक्टरों ने अपना जुगाड़ लगाया. बता दें कि इस जुगाड़ की कहीं कोई कानूनी मान्यता नहीं है. लेकिन पुलिस ने 9 लोगो को इसी जुगाड़ सर्टिफिकेट के आधार पर जेल भेज दिया. 


मीडिया ने जब इस हैरान कर देने वाले जांच के रक्सौल अनुमंडलीय अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ राजीव रंजन से सवाल पूछा तो उन्होंने बताया कि ब्रेथ एनालाइजर या फिर शराब की पुष्टि करने का कोई संसाधन हमारे यहां उपलब्ध नहीं है. उधर, रक्सौल थाना के इंस्पेक्टर नीरज कुमार ने बताया की थाने में दिया गया ब्रेथ एनलाइजर खराब हो गया है. इसलिए अस्पताल में अल्कोहल जांच के लिए भी भेजा गया था. इंस्पेक्टर ने कहा कि थाने का ब्रेथ एनालाइजर अब बन गया है. 


बता दें कि रक्सौल भारत-नेपाल सीमा पर अवस्थित है. पुलिस नेपाल से आने वाले लोगों को शराब पीने के जुर्म में पकड़ती है. फिर उन्हें कैसे जेल भेजा जाता है, इसकी पोल अब खुली है. दो दिन पहले भी पुलिस ने 11 लोगों को शराब पीने के आरोप में पकड़ा था, जिनकी जांच ऐसे की गयी. अब इस मामले का वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग के हाथ पैर फूल रहे हैं. पूर्वी चंपारण के सिविल सर्जन डा अंजनी कुमार सिंह ने बताया कि अस्पताल में कागज के कूपे से शराबियों की जांच के मामले की जांच के लिए जांच कमेटी गठित की गयी है. जांच रिपोर्ट आने के बाद उचित कार्रवाई होगी.