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24-Feb-2023 03:42 PM
By Ranjan Kumar
PATNA: नेहा सिंह राठौर का यूपी के कानपुर देहात मामले को लेकर दीक्षित परिवार के दर्द गानों के माध्यम से बयां करना महंगा पड़ गया. कानपुर देहात की पुलिस ने उन्हें नोटिस थमाते हुए 3 दिनों में जवाब मांगा है. जिसके बाद राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है. वहीं कैमूर पहुंचे बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद जमा खान ने भभुआ के सर्किट हाउस में कहा नेहा सिंह राठौर एक लोकगायीका है. गीतों के माध्यम से अगर किसी घटनाओं का जिक्र करते हुए सरकार को सजग कर रही है तो उसमें गलत ही क्या है?
जिस पर सरकार के स्तर से नोटिस भेज दिया गया. नोटिस भेजना सरासर गलत है, ऐसा होना नहीं चाहिए. उनके द्वारा बिहार में भी कई बार समस्याओं को लेकर अपने गीत को पेश किया है तो क्या हम लोग उन्हें नोटिस थमाते हैं. हम लोग समस्याओं को दूर करने का प्रयास करते हैं.
बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहम्मद जमा खान ने नेहा सिंह राठौर के मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा वह अपनी गीत के माध्यम से बात रखी हैं उनका तौर तरीका और बात रखने का तरीका अलग है. अगर कानपुर देहात में लोग जला है और मरा है तो लोग तो कहेगा ही.
जमा खान ने कहा कि अगर बिहार में भी कोई हादसा होता है तो लोग अपने अपने माध्यम से इस बात को रखते हैं तो हम लोग करवाई करते भी हैं. विरोध करने का सबका अपना अलग अलग तरीका होता है. अगर उन्होंने गीत के माध्यम से ही कहा है अगर गलत हुआ ही है तो उसका ही उन्होंने विरोध किया तो नोटिस भेजना गलत है, इसका कोई मतलब नहीं है. नेहा सिंह राठोर ने गीत के माध्यम से सरकार को सजग किया है. तो सरकार को करवाई करना चाहिए और पारदर्शिता लाना चाहिए कि यह हादसा क्यों हुआ?