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17-Sep-2023 08:27 PM
By MANOJ KUMAR
MUZAFFARPUR: मुजफ्फरपुर जिले के ब्रह्मपुरा थाना क्षेत्र के जुड़न छपरा स्थित फुलार हॉस्पिटल में उस वक्त जमकर हंगामा हुआ जब इलाज के लिए भर्ती वैशाली जिले के गोरौल की एक महिला मरीज की मौत हो गयी। परिजनों का आरोप है कि दो दिनों से इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती महिला की तबीयत अचानक बिगड़ गयी और रविवार को सुबह से ही उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था।
डॉक्टर का कहना था कि दोपहर करीब 3:30 बजे मरीज को उनके परिजनों से मिलने दिया जाएगा। इस आस में लोग घंटों बैठे थे कि अब उन्हें मिलने दिया जाएगा। दोपहर से शाम और शाम से रात हो गये लेकिन परिजन को मिलने नहीं दिया गया। अस्पताल कर्मियों ने मरीज से मिलने नहीं दिया थक हारकर परिजन विरोध करने लगे। उनका कहना था कि मरीज हमारा है लेकिन हमें मिलने क्यों नहीं दिया जा रहा है। कुछ देर बाद भारी संख्या में मरीज के परिजन और रिश्तेदार अस्पताल पहुंच गये।
इतनी संख्या मरीज के परिजनों को देख अस्पताल के कर्मियों ने एक-एक कर मिलने की इजाजत दी। परिजनों ने देखा कि उक्त महिला मृत अवस्था में बेड पर पड़ी हुई है। फिर क्या था इस बात से गुस्साएं लोगों ने अस्पताल परिसर में हंगामा करने लगे। हंगामे को देखते हुए निजी सुरक्षा गार्ड्स और बाउंसर को बुला लिया गया। अस्पताल प्रशासन की ओर से जबरन सभी परिजनों को धक्का देकर अस्पताल से बाहर निकाला गया। इस दौरान बाउंसरों ने परिजनों की पिटाई भी कर दी। इसकी सूचना परिजनों ने पुलिस को दी और हंगामा करने लगे।
इस दौरान अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा हुआ। परिजनों का आरोप है कि हंगामे के दौरान हुई धक्का-मुक्की में कई महिलाओं के गले से मंगलसूत्र और जेवरात छीन झपट कर लिया गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि इस तरह के गुंडागर्दी अगर अस्पताल प्रशासन करेगा तो आम जनता धरती के भगवान कहे जाने वाले डॉक्टर पर विश्वास कैसे करेगा।
वही परिजन सुरेश ने बताया कि अस्पताल प्रशासन और डॉक्टर के खिलाफ मारपीट और लूटपाट का मुकदमा भी दर्ज करेंगे। क्या यह उचित है बाउंसर और गार्ड बुलाकर महिलाओं के साथ-साथ अन्य परिजनों को मारपीट किया गया और छिनतई की गयी। परिजनों का कहना है कि पुलिस अस्पताल में लगे सीसीटीवी को खंगाले सब पता चल जाएगा कि अस्पताल में किस तरह मरीज के परिजनों के साथ व्यवहार किया गया है। हंगामे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस फिलहाल आगे की कार्रवाई में जुटी है।