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10-Jan-2020 05:08 PM
RANCHI: मोमेंटम झारखंड के आयोजन में 100 करोड़ से अधिक घोटाले का आरोप लगने के बाद रघुवर दास ने आज चुप्पी तोड़ी और चैलेंज किया कि जिसको भी जांच कराना है वह जांच करा सकता है. सांच को कोई आंच नहीं होता है. रांची में एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद यह बयान दिया.
घोटाले का आरोप
गुरुवार को आरटीआई एक्टिविस्ट पंकज यादव ने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, पूर्व मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, पूर्व प्रधान सचिव सुनील वर्णवाल के खिलाफ एसीबी में लिखित शिकायत दी थी. आरटीआई एक्टिविस्ट ने आवेदन में आरोप लगाया था कि पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, पूर्व मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, पूर्व मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव सुनील वर्णवाल, उद्योग सचिव के रवि कुमार आदि पर घोटाले ने घोटाला किया है.
हाईकोर्ट ने याचिका को कर दिया था खारिज
मोमेंटम झारखंड में गलत तरीके से करोड़ों रुपए खर्च करने के मामले में एफआईआर दर्ज करने की मांग वाली याचिका को झारखंड हाईकोर्ट ने सितंबर 2018 में खारिज कर दिया था. चीफ जस्टिस ने इस पर सुनवाई के बाद कहा था कि याचिकाकर्ता साक्ष्यों के आधार पर एंटी करप्शन ब्यूरो में केस दर्ज कराएं. यह याचिका वर्ष 2017 में दीवान इंद्रनील सिन्हा ने दायर की थी. रघुवर दास के सरकार के कार्यकाल में पहला मोमेंटम झारखंड का आगाज साल 2017 फरवरी में रांची में हुआ था, जिसमें तीन लाख करोड़ के निवेश के लिए विभिन्न देशी-विदेशी कंपनियों के साथ एग्रीमेंट किए गए थे. उसके बाद दूसरा और तीसरा मोमेंटम झारखंड का आयोजन लौह नगरी जमशेदपुर और बोकारो में आयोजित किया गया था. इसमें दावा किया गया था कि इस आयोजन से कई कंपनियां झारखंड में निवेश को लेकर तैयार हुई. लेकिन विपक्ष भी इसको लेकर मुद्दा बनाता रहा और सरकार पर जनता का पैसा खर्च करने का आरोप लगाता रहा.