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03-Dec-2021 11:27 AM
PATNA : मंत्री जीवेश मिश्रा के मसले पर बिहार विधानसभा में आज काफी देर तक हंगामा चलता रहा. अलग-अलग दल से आने वाले सदस्यों ने अपनी राय रखी. लेकिन इस बीच जेडीयू इस मसले पर चुप रहा. हालांकि जेडीयू के विधायक डॉक्टर संजीव कुमार ने इस मसले पर मंत्री जीवेश मिश्रा का समर्थन किया. विधायक ने कहा कि अधिकारियों का मनोबल बढ़ा हुआ है और ऐसे में लगातार जनप्रतिनिधियों को अपमानित होना पड़ा है. ऐसे अधिकारियों के खिलाफ जरूर एक्शन लिया जाना चाहिए.
विधानसभा में इस मसले पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और विधायक नंदकिशोर यादव ने भी अपनी बात रखी. नंदकिशोर यादव ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष हम सभी के संरक्षक हैं और वह इस मामले पर जो भी फैसला लेंगे सदन को स्वीकार करना चाहिए. बीजेपी के एक और विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने कहा कि आज विपक्ष इस मसले पर सियासत कर रहा है जबकि इसी विधानसभा के अंदर अध्यक्ष को बंधक बना लिया गया था. इस मामले पर भी कार्रवाई होनी चाहिए थी जो विधायकों के ऊपर नहीं हुई.
विधानसभा में इस शोर-शराबे के बीच भाकपा माले के महबूब आलम ने कहा कि विधायकों के साथ अपमानजनक रवैया बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. मंत्री जीवेश मिश्रा के मामले में अगर डीएम और एसएसपी दोषी हैं, उन्होंने गलत किया है तो उन्हें सदन में बुलाकर माफी मांगनी चाहिए.
वहीं कांग्रेस के विधायक के विजय शंकर दुबे ने कहा कि जब तक यह मामला सदन में नहीं आया था तब तक मंत्री जीवेश मिश्रा का व्यक्तिगत मसला हो सकता था लेकिन अब यह मसला सदन की संपत्ति है. इसलिए सदन को ही इस पर फैसला लेने चाहिए.