तेजप्रताप यादव इस लड़की के साथ 12 सालों से रिलेशनशिप मे रह रहे, लालू के लाल ने खुद किया खुलासा, शादी के बंधन में बंधेंगे ? IPS Sudhir Chaudhary: कौन हैं IPS सुधीर चौधरी? जिन्हें सेना ने किया सम्मानित, ऑपरेशन सिंदूर से है कनेक्शन Bihar Police News: बिहार में SSP ने दो पुलिसकर्मियों को किया बर्खास्त, छोटी सी गलती और चली गई नौकरी Bihar Police News: बिहार में SSP ने दो पुलिसकर्मियों को किया बर्खास्त, छोटी सी गलती और चली गई नौकरी Bihar News: बिहार के तीसरे एक्सप्रेस-वे को केंद्र सरकार से मिली मंजूरी, रामजानकी मार्ग को लेकर आया बड़ा अपडेट Expressway in Bihar: बिहार के इस जिले को मिलेगा नया बाइपास, 19.32 करोड़ की लागत से बनेगा 2.36 किमी लंबा रास्ता Bihar Politics: सहरसा में किशोर कुमार “मुन्ना” का जोरदार स्वागत, प्रशांत किशोर के प्रस्तावित दौरे को लेकर हुई अहम बैठक Bihar Politics: सहरसा में किशोर कुमार “मुन्ना” का जोरदार स्वागत, प्रशांत किशोर के प्रस्तावित दौरे को लेकर हुई अहम बैठक Bihar Politics: विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी बिहार बीजेपी, कार्यकर्ताओं को एकजुट करने मुहिम शुरू Bihar Politics: विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी बिहार बीजेपी, कार्यकर्ताओं को एकजुट करने मुहिम शुरू
27-Dec-2021 08:23 AM
PATNA : ब्राह्मणों को संबोधित करते हुए गाली गलौज करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी अपनी सियासत चमकाने के लिए हर जुगाड़ कर रहे हैं. जीतन मांझी ने पहले ब्राह्मणों को गाली दी और अब वह उन्हें भोज पर आमंत्रित कर चुके हैं.
युवा मोर्चा के अध्यक्ष मांझी के सरकारी आवास पर आज ब्राह्मण भोज का आयोजन किया गया है. हालांकि इस भोज में शामिल होने से ब्राह्मणों ने साफ तौर पर इंकार कर दिया है. ऐसे में जीतन राम मांझी और उनकी पार्टी के नेता ऐसे ब्राह्मणों का जुगाड़ करने में जुटे हुए हैं जो कहीं न कहीं पार्टी या फिर अन्य नेताओं के बुलावे पर भोज में चले आए.
दरअसल, ब्राह्मणों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की भारी फजीहत हो रही है, मांझी ने जो विवादित बयान दिया उसके बाद उनका हर तरफ विरोध हुआ है, खुद भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने मांझी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है, नीतीश कुमार भी मांझी के इस बयान से नाराज बताए जा रहे हैं. लेकिन हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा अब इस मसले को राजनीतिक तौर पर भुनाने में जुट गया है.
एक तरफ ब्रह्मणों को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी तो वहीं दूसरी तरफ ब्राह्मण भोज का आयोजन यह सब कुछ सियासी लग रहा है. खास बात यह है कि मांझी के ब्राह्मण भोज में शामिल होने से तमाम ऐसे ब्राह्मणों ने इंकार कर दिया है जो पूर्व मुख्यमंत्री के बयान से आहत हैं. इसके बावजूद पार्टी के नेता लगातार ब्राह्मणों का जुगाड़ करने में जुटे हुए हैं ताकि आयोजन को सफल बनाया जा सके.
जानकार सूत्रों की मानें तो हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के कई नेता रविवार की देर शाम तक के ऐसे ब्राह्मणों को भोज में आने के लिए समझाते रहे जो उनके प्रभाव में आ सकते हैं. अब देखना होगा कि ब्राह्मण समाज के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले जीतन राम मांझी की इस दावत में कौन से ब्राह्मण शामिल होते हैं.