एनएमएसआरसी-2025 सम्मेलन: शोध, अनुकूलनशीलता और दूरदर्शी सोच पर विशेषज्ञों का जोर बढ़ती ठंड के कारण 21 दिसंबर तक सभी स्कूल बंद, डीएम ने जारी किया आदेश Rajniti Prasad: पूर्व आरजेडी सांसद राजनीति प्रसाद का निधन, 79 वर्ष की आयु में ली आखिरी सांस Rajniti Prasad: पूर्व आरजेडी सांसद राजनीति प्रसाद का निधन, 79 वर्ष की आयु में ली आखिरी सांस जमुई में HDFC बैंक कर्मी के घर 12 लाख की चोरी, खिड़की तोड़कर जेवरात और नकदी ले उड़े चोर Bihar News: थावे दुर्गा मंदिर में चोरी के बाद JDU विधायक ने दिखाया बड़ा दिल, करने जा रहे यह काम Bihar News: थावे दुर्गा मंदिर में चोरी के बाद JDU विधायक ने दिखाया बड़ा दिल, करने जा रहे यह काम Bihar Weather Update: बिहार में घने कोहरे को लेकर रेड और येलो अलर्ट जारी, मौसम विभाग ने किया सचेत; जानिए.. सभी 38 जिलों का हाल Bihar Weather Update: बिहार में घने कोहरे को लेकर रेड और येलो अलर्ट जारी, मौसम विभाग ने किया सचेत; जानिए.. सभी 38 जिलों का हाल जहानाबाद में एरिस्टो फार्मा ने किया निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन, सैकड़ों लोगों का हुआ फ्री चेकअप
20-Sep-2023 10:15 AM
By First Bihar
DELHI : संसद के इस विशेष सत्र में महिला आरक्षण बिल लोकसभा में पेश हुआ है। इस बिल को पहले मोदी कैबिनेट से मंजूरी मिली उसके बाद इसे कल दोपहर नए संसद भवन में पेश किया गया। इसके बाद अब आज इस बिल पर चर्चा होनी है और इसको लेकर सुबह 11 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक का समय निर्धारित किया गया है। सदन में इस बिल पर चर्चा के लिए सात घंटे का समय दिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, महिला आरक्षण बिल लोकसभा में पेश किया गया है। अब आज इस बिल पर कांग्रेस की ओर से मुख्य वक्ता के तौर पर सोनिया गांधी सदन को संबोधित करेंगी। वह अपने संबोधन में अपने सहयोगी दलों राजद-जेडीयू और सपा की कोटा में कोटा की मांग का समर्थन करती हैं या चुप्पी साधती हैं। इस पर सबकी नजरें टिकी होंगी। जबकि, सरकार की ओर से महिला आरक्षण बिल पर चर्चा में निर्मला सीतारमण सदन में बोलेंगी। इनके अलावा स्मृति ईरानी समेत कई नेता इस बिल पर आज चर्चा करेंगी। जिसमें दिया कुमारी, भारती पवार, अपराजिता सारंगी, सुनीता दुग्गल का नाम भी शामिल है।
मालूम हो कि, महिला आरक्षण बिल को कांग्रेस समेत कई अन्य विपक्षी दलों ने भी समर्थन दिया है। हालांकि, सरकार की मंशा पर भी कुछ विपक्षी नेताओं के द्वारा सवाल खड़े किए गए है। इससे पहले संसद के चल रहे विशेष सत्र में केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कल इसे सदन में पेश किया था। विधेयक में लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए एक तिहाई सीटें आरक्षित करने का प्रावधान है।
इधर, साल 2008 में जब मनमोहन सिंह की सरकार में इस बिल को पेश करना था, तब राज्यसभा में कांग्रेस की महिला सांसदों की किलेबंदी में तत्कालीन कानून मंत्री हंसराज भारद्वाज को बिल पेश करना पड़ा था। 6 मई, 2008 को राज्यसभा में 108वां संविधान संशोधन विधेयक पेश किया जाना था। तब सरकार को राजद, जेडीयू और सपा जैसी पार्टियों के विरोध की आशंका के मद्देनजर सदन में अभूतपूर्व प्रबंधन करना पड़ा था। सरकार को डर था कि कहीं कानून मंत्री पर विरोध करने वाले सांसद हमला न बोल दें। इसलिए उन्हें महिला सांसदों के बीच में बैठाया गया था।