Patna Crime News: आखिर कहां लापता हो गए पटना के बड़े दवा कारोबारी? परिजनों ने पुलिस से लगाई गुहार Patna Crime News: आखिर कहां लापता हो गए पटना के बड़े दवा कारोबारी? परिजनों ने पुलिस से लगाई गुहार Bihar politics: प्रशांत किशोर ने दिलीप जायसवाल के खिलाफ खोला मोर्चा, मेडिकल कॉलेज पर गलत तरीके से कब्जा करने का आरोप Bihar politics: प्रशांत किशोर ने दिलीप जायसवाल के खिलाफ खोला मोर्चा, मेडिकल कॉलेज पर गलत तरीके से कब्जा करने का आरोप Patna News: पटना के यातायात को मिलेगी नई दिशा, सड़कों के चौड़ीकरण के लिए 20.11 करोड़ मंजूर Patna News: पटना के यातायात को मिलेगी नई दिशा, सड़कों के चौड़ीकरण के लिए 20.11 करोड़ मंजूर Bihar Politics: लालू प्रसाद के गढ़ में गरजे चिराग पासवान, बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने पर कही यह बात Bihar Politics: लालू प्रसाद के गढ़ में गरजे चिराग पासवान, बिहार विधानसभा चुनाव लड़ने पर कही यह बात दरभंगा को मिली बड़ी सौगात: ननौरा-मोहम्मदपुर सड़क का होगा चौड़ीकरण, 25.55 करोड़ की स्वीकृति एक सिपाही ऐसा भी: 12 साल ड्यूटी पर नहीं गया, फिर भी घर बैठे लेता रहा 28 लाख सैलरी!
29-Mar-2020 10:42 AM
RANCHI: कोरोना और लॉकडाउन के दौरान बंद निजी स्कूलों को लेकर झारखंड के शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार निजी स्कूलों में पढ़नेवाले बच्चों की फीस में रियायत दिलायेगी. इसको लेकर कोशिश की जा रही है.
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि इस संबंध में सरकार द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जायेगी. स्कूल प्रबंधक से बात की जाएगी कि जितना दिन बंद रहेगा, उतने समय की ट्यूशन फीस और बस किराया बच्चों से स्कूल प्रबंधन नहीं लें. इसे परिजनों को राहत मिलेगी. शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना को खतरे के कारण पूरे देश में लॉकडाउन हैं. जिसका असर अभिभावकों पर पड़ा है. लोगों की आर्थिक स्थिति पर इसका बुरा असर पड़ा है. इसको लेकर वह झारखंड के निजी स्कूलों के प्रबंधन से बात करेंगे. स्थिति सामान्य होने पर स्कूल प्रतिनिधियों की बैठक बुलायी जायेगी. सरकार ने कोरोना के खतरे को लेकर 17 मार्च से लेकर 14 अप्रैल तक सभी स्कूल बंद करने का आदेश 16 मार्च को दी थी.
तीन माह स्कूल बंद होने पर भी वसूलते हैं पैसा
शिक्षा मंत्री ने कहा कि छुट्टी को लेकर करीब तीन माह स्कूल बंद रहता है. फिर भी स्कूल प्रबंधन बस और स्कूल फीस वसूल लेते हैं. निजी स्कूल हर साल वार्षिक शुल्क के नाम पर फीस लेते हैं. मनमाने तरीके से पैसा वसूलने वाले स्कूलों पर सरकार की नजर हैं.