Patna Traffic: यदि आपको भी जाना है गाँधी मैदान तो ध्यान दें ...; इन रास्तों पर नहीं मिलेंगी ऑटो-बसें; सरकार ने जारी किया आदेश Bihar government land : बिहार में सरकारी जमीन के निजी हस्तांतरण पर सख्त रोक, भू-माफिया और भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई के निर्देश Bihar News: बिहार में स्टील प्लांट और इलेक्ट्रॉनिक सिटी बनाने का प्रस्ताव पेश, जानिए सरकार का प्लान Patna News: तेजस राजधानी एक्सप्रेस में सीट विवाद, पूर्व रेलवे अफसर और भतीजी घायल Patna News: क्या आपकी दुकान या मकान भी पटना की सड़क के पास है, तो अब देना होगा इतना गुना टैक्स? जानिए पूरी डिटेल दरभंगा में 22 दिसंबर तक स्कूल बंद, कपकपाती ठंड को देखते हुए डीएम ने लिया फैसला बिहार में नहीं थम रहा भूमि विवाद का मामला: बेगूसराय में जमीन के लिए किसान को मारी गोली, हालत गंभीर सारण की अंजली कुशवाहा ने रचा इतिहास, प्रथम प्रयास में BSPHCL परीक्षा में बालिका वर्ग में सर्वोच्च स्थान सारण में आपसी विवाद में महिला पर हमला, इलाज के दौरान मौत, पति ने पट्टीदारों पर हत्या का लगाया आरोप BIHAR: चर्चित सजल अपहरण कांड का खुलासा, मास्टरमाइंड निकला साथ रहने वाला डॉक्टर
03-Dec-2019 07:25 AM
DESK: इसरो के मिशन चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर को आखिरकार NASA ने ढूंढ़ निकाला है. नासा ने चांद की सतह पर इस साल सितंबर में दुर्घटनाग्रस्त हुए चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर के मलबे को खोज निकाला है. अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने आज सुबह अपने लूनर रेकॉन्सेन्स ऑर्बिटर (एलआरओ) से ली गई एक तस्वीर जारी की है, जिसमें विक्रम लैंडर से प्रभावित जगह नजर आ रही है.
NASA ने दावा करते हुए कहा है कि चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर का मलबा उसके क्रैश साइट से 750 मीटर दूर मिला है. मलबे के तीन सबसे बड़े टुकड़े 2x2 पिक्सेल के हैं. NASA ने विक्रम लैंडर के इम्पैक्ट साइट की तस्वीर जारी करते हुए बताया कि उसके ऑर्बिटर को विक्रम लैंडर के तीन टुकड़े मिले हैं. NASA के मुताबिक विक्रम लैंडर की तस्वीर एक किलोमीटर की दूरी से ली गई है. भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने नासा से संपर्क साधा है और विक्रम लैंडर के इम्पैक्ट साइट की पूरी जानकारी मांगी है.
The #Chandrayaan2 Vikram lander has been found by our @NASAMoon mission, the Lunar Reconnaissance Orbiter. See the first mosaic of the impact site https://t.co/GA3JspCNuh pic.twitter.com/jaW5a63sAf
— NASA (@NASA) December 2, 2019
आपको बता दें कि चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर की ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ का अभियान 7 सितंबर को अपनी तय योजना के मुताबिक पूरा नहीं हो पाया था. लैंडर को चांद की सतह पर उतारने की प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन चांद पर नीचे की तरफ आते समय 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर इसका संपर्क टूट गया था.