Bihar weather : बिहार में बर्फीली हवाओं का असर बरकरार, तापमान में गिरावट से बढ़ी ठिठुरन पुलिस की चौकसी पर उठा सवाल: मुजफ्फरपुर में लग्जरी कार सवार बदमाशों का दुस्साहस देखिये, गैस कटर से SBI ATM काटकर 25 लाख उड़ाए तेजस राजधानी एक्सप्रेस में परोसा गया खराब खाना, यात्रियों का आरोप—शिकायत पर बोला स्टाफ “कंप्लेन कही भी कर लो कुछ नहीं होगा” अच्छी नौकरी करने वाली पत्नी को नहीं मिलेगा गुजारा भत्ता, इलाहाबाद हाईकोर्ट का बड़ा फैसला जानिये कौन है प्रमोद निषाद?..जिसने 19 हजार फर्जी आधार कार्ड का पूरा नेटवर्क खड़ा कर दिया जमुई में महादलित युवक को नंगा करके पीटा, वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर किया वायरल IndiGo Flight News: इंडिगो की उड़ानों का रद्द होने का सिलसिला जारी, पटना से 8 फ्लाइट कल कैंसिल आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU अगुवानी–सुल्तानगंज पुल का मुख्य सचिव ने किया निरीक्षण, मई 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य
12-Oct-2023 12:55 PM
By First Bihar
PATNA : लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल का विस्तार अब बिहार से केरल तक हो जाएगा। केरल की क्षेत्रीय पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल का विलय गुरुवार को राजद में होगा। इस पार्टी का विलय बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की उपस्थिति में कोझीकोड में आयोजित कार्यक्रम में होगा। इसके बाद अब राजद की उपस्थिति बिहार के अतिरिक्त झारखंड और केरल विधानसभा में हो जाएगा।
दरअसल, बिहार के उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव पार्टी के राष्ट्रीय विस्तारीकरण कार्यक्रम के तहत गुरुवार को केरल के कोझिकोड में विलय सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे। लोकतांत्रिक जनता दल पार्टी के नेता पूर्व सांसद श्रेयम्स कुमार, केरल विधानसभा में पार्टी नेता, पूर्व मंत्री एवं कुथुपरम्बा विधानसभा क्षेत्र से विधायक केपी मोहनन सहित सभी ज़िलाध्यक्षों के साथ केरल में दल का विधिवत रूप से में विलय करेंगे। श्रेयम्स कुमार पूर्व सांसद समाजवादी नेता एमपी विरेंद्र कुमार के सुपुत्र हैं।
इस विलय के बाद झारखंड और बिहार के बाद अब केरल में भी राजद के विधायक होंगे। वहीं अगले लोकसभा चुनाव के पहले लालू यादव की पार्टी का यह एक बड़ा मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है। इससे एक ओर पार्टी का तीन राज्यों में विस्तार हो गया है, वहीं दूसरी ओर राजद अब इसी तरह अगर अपना विस्तार बरकारार रखती है तो वह राष्ट्रीय पार्टी बनने की ओर बढ़ जाएगी।
आपको बताते चलें कि, इसी भी राजकीय पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी बनने के लिए तीन राज्यों के लोकसभा चुनाव में 2 फीसद सीटें जीत हासिल की हुई चाहिए। चार लोकसभा सीटों के अलावा कोई पार्टी लोकसभा में छह फीसदी वोट हासिल करे या विधानसभा चुनावों में कम से कम चार या इससे अधिक राज्यों में छह फीसदी वोट जुटाए। कोई पार्टी चार या इससे अधिक राज्यों में क्षेत्रीय पार्टी के रूप में मान्यता रखे। इन शर्तों में जो पार्टी एक भी शर्त पूरा करती है तो उसे राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिलता है।