ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: बिहार की जेलों में अब तिहाड़ जैसी सुरक्षा, कैदियों की मनमानी हमेशा के लिए ख़त्म Saharsa news : मजदूरी मांगने पर महादलित युवक को खूंटे से बांधकर पीटा, पैक्स अध्यक्ष की दबंगई Bihar News: भीषण सड़क हादसे में युवक की मौत, 2 साथी गंभीर रूप से घायल Bihar politics news : यूरोप में बैठकर राजनीति? जेडीयू विधायक का तेजस्वी पर करारा वार, कहा— अब वहीं से लड़ें चुनाव BIHAR NEWS : पांडे जी देख लीजिए : सदर अस्पताल में हाईटेक “झाड़-फूंक” इलाज! डॉक्टर चुप, भगत मस्त मंत्र पढ़ता रहा Bihar News: बिहार में यहाँ नई रेल लाइनों का निर्माण जल्द, खर्च किए जाएंगे ₹17 हजार करोड़ Aadhaar Services : अब रात 8 बजे तक पटना में मिलेगी आधार सेवाएं, इस डाकघर में लागू हुई नई खास व्यवस्था Bihar News: पटना साहिब पर रुकेंगी बिहार की ये महत्वपूर्ण ट्रेनें, हजारों यात्रियों को बड़ी राहत Bihar Land Registry : बिहार में जमीन-मकान की रजिस्ट्री होगी पेपरलेस, सरकार ला रही नई निबंधन नियमावली 2025 Bihar News: बिहार के इस शहर की हवा सबसे खराब, आंकड़े देख विशेषज्ञों ने जारी की चेतावनी

जेडीयू प्रवक्ता नीरज के पास कैसे गये जातीय गणना के निजी आंकड़े?: सुशील मोदी ने कहा-सरकार की नियत सामने आयी

जेडीयू प्रवक्ता नीरज के पास कैसे गये जातीय गणना के निजी आंकड़े?: सुशील मोदी ने कहा-सरकार की नियत सामने आयी

04-Oct-2023 06:29 PM

By First Bihar

PATNA: जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार द्वारा आज उपेंद्र कुशवाहा के जातीय गणना के निजी आंकड़े बताये जाने के बाद सियासी उबाल आ गया है. पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा है कि नीतीश कुमार को बताना चाहिये कि नीरज कुमार के पास निजी आंकड़े कैसे आ गये. जब बिहार सरकार कोर्ट में शपथपत्र देकर कह चुकी है कि जातीय गणना से संबंधित निजी आंकड़े सार्वजनिक नहीं किये जायेंगे. तब नीरज कुमार के पास कहां से आंकड़े आये. 


सुशील कुमार मोदी ने कहा कि जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार द्वारा उपेंद्र कुशवाहा के परिवार के आंकड़े जारी होना कई गंभीर सवाल खड़े करता है. जदयू प्रवक्ता के पास ये आंकड़े कैसे आये? कितने लोगों के ऐसे आंकड़े कितने लोगों को लीक किये गए? ऐसे सवालों का उत्तर सरकार को देना होगा.  उन्होंने कहा कि कुशवाहा या किसी भी व्यक्ति के आंकड़े जारी करना निजता के अधिकार का उल्लघन और कोर्ट की अवमानना है।


सुशील मोदी ने कहा है कि जातीय गणना में फर्जीवाड़ा होने और कई जातियों की संख्या बहुत कम या बहुत ज्यादा दर्ज करने की शिकायतों को भी  गंभीरता से लिया जाना चाहिए. ढ़ेर सारे ऐसे लोग हैं जो कह रहे हैं उनके पास कोई जातीय गणना करने आया ही नहीं. फिर उनके आंकड़े कैसे आ गये.


सुशील मोदी ने कहा कि सर्वदलीय बैठक में भी बीजेपी ने कई जातियों द्वारा गणना में गड़बड़ी की शिकायत को सामने रखा था. लेकिन मुख्यमंत्री जातीय सर्वे को पूरी तरह त्रुटिहीन और प्रमाणिक बता कर मुख्यमंत्री सारी गड़बड़ियों पर पर्दा डाल रहे हैं.