ब्रेकिंग न्यूज़

Post Office Scheme: हर महीने थोड़ा बचाएं और 40 लाख का फंड पाएं – जानिए कैसे? OP Singh Acting DGP: सुशांत सिंह राजपूत के जीजा बने हरियाणा के कार्यवाहक DGP, शत्रुजीत की छुट्टी Bihar News: विधानसभा चुनाव को लेकर हाई सिक्योरिटी जोन में बिहार के ये जिले, रियल-टाइम खुफिया निगरानी लागू BSF Vacany: BSF में कांस्टेबल जीडी पद के लिए वैकेंसी, जानें कब और कैसे कर सकते है आवेदन Bihar Politics: ‘एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर बनी सहमति, अंतिम दौर में पहुंची चर्चा’, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी का दावा Bihar Politics: ‘एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर बनी सहमति, अंतिम दौर में पहुंची चर्चा’, डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी का दावा Patna News: मोकामा में गोलीबारी से हड़कंप, 10 राउंड हुई फायरिंग; 16 लोगों के खिलाफ केस दर्ज India inflation rate 2025: दिवाली से पहले राहत की खबर! घटती महंगाई से किचन का रेट होगा कम, जाने पूरी जानकारी Bihar Politics: टिकट कटने की संभावना देख CM हाउस के सामने धरना पर बैठे गोपाल मंडल, हुआ हाई वोल्टेज ड्रामा Bihar News: पटाखा फैक्ट्री में निर्माण के दौरान हुआ ब्लास्ट, दो लोग घायल; जांच में जुटी पुलिस

जनसंघ, भाजपा की सरकार में मिला पिछड़ों को सम्मान, बोली बीजेपी...आरक्षण की सीमा बढनी चाहिए

जनसंघ, भाजपा की सरकार में मिला पिछड़ों को सम्मान, बोली बीजेपी...आरक्षण की सीमा बढनी चाहिए

07-Nov-2023 07:58 PM

By First Bihar

 PATNA: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने आरक्षण की सीमा 50 से बढ़ाकर 65 फीसद करने की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि बिहार में जब-जब जनसंघ और भाजपा सरकार में रही, तब-तब पिछड़ों-अतिपिछड़ों को सम्मान मिला।


सुशील मोदी ने कहा कि जब कर्पूरी ठाकुर की सरकार ने पिछड़ी जातियों को नौकरी में 27 फीसद आरक्षण दिया, तब जनसंघ के कैलाशपति मिश्र सरकार में शामिल थे। उन्होंने कहा कि जब पंचायत और नगर निगम के चुनाव में पिछड़ों को आरक्षण मिला, तब भाजपा एनडीए सरकार में शामिल थी।


सुशील मोदी ने कहा कि अब पंचायत और नगर निकाय चुनाव में भी आरक्षण सीमा को 37 फीसद से बढाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि बिहार में जातीय सर्वे कराने का निर्णय भी भाजपा-युक्त एनडीए सरकार का था। राजद- कांग्रेस उस समय सत्ता से बाहर थे, लेकिन आज श्रेय लूटने में ये ही आगे हैं।


सुशील मोदी ने कहा कि कांग्रेस-राजद ने कभी पिछड़ों का सम्मान नहीं किया। 2001में राबड़ी देवी की सरकार ने पिछड़ों को आरक्षण दिये बिना पंचायत चुनाव करा लिये थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का पिछड़ा-विरोधी इतिहास 60 साल पुराना है।


सुशील मोदी ने कहा कि जब कांग्रेस केंद्र और राज्यों की सत्ता में होती थी, तब इसने काका कालेलकर समिति की रिपोर्ट को कूड़ेदान में डाला, मंडल आयोग की रिपोर्ट दबायी और आरक्षण का विरोध किया। उन्होंने कहा कि आज लालू प्रसाद और नीतीश कुमार अपने राजनीतिक स्वार्थ में अंधे होकर पिछड़ा विरोधी कांग्रेस की गोद में बैठ गए हैं। पिछड़ा और अतिपिछड़ा समाज इस विश्वासघात का बदला लेगा।