Gaya development News: बिहार के इस जिले में 15.66 करोड़ में 102 योजनाओं का मंत्री ने किया शिलान्यास इस फोरलेन के बनने से कम होगी बिहार से झारखंड की दूरी, इन जिलों को भी मिलेगा फायदा National Herald: नेशनल हेराल्ड पर बोले डिप्टी सीएम सम्राट... “कांग्रेस ने देश को लूटा, आजादी के सेनानियों का किया अपमान” Success Story: बिना कोचिंग के बिहार की बेटी UPSC क्रैक कर बनीं IAS, दूसरे प्रयास में हासिल किया 208 रैंक प्रेमिका से मिलने की सजा: घरवालों ने सेविंग ब्लेड से काटा युवक का प्राइवेट पार्ट, अस्पताल में ज़िंदगी-मौत की जंग Amrit Bharat Station Scheme: अमृत भारत योजना के तहत जमालपुर और नव-निर्मित मुंगेर स्टेशन का डीआरएम मनीष गुप्ता ने किया स्थलीय निरीक्षण Bihar Education News: महिला शिक्षक को परेशान करना शराबी BEO को पड़ा महंगा, पहले जेल फिर निलंबन, जेल से निकलते फिर हुए सस्पेंड Bengal violence: कांग्रेस सांसद का बीजेपी ,आरएसएस पर हमला, कहा... बंगाल की हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण, देश में फैलाना चाहते हैं धार्मिक उन्माद Bihar News: प्रेमिका को घर छोड़ने गए युवक की दुर्घटना में मौत, परिजनों ने साजिशन हत्या के लगाए आरोप Bihar News: सासाराम में बाबा साहब की पोस्टर फाड़े जाने पर बवाल, सड़क जाम
26-Aug-2024 10:13 PM
By Dhiraj Kumar Singh
JAMUI: डॉक्टर को धरती के भगवान का दर्जा प्राप्त है लेकिन कुछ झोलाछाप डॉक्टर इस पेशे को बदनाम करने का काम कर रहे हैं। ताजा मामला बिहार के जमुई जिले से सामने आई है जहां झोलाछाप डॉक्टर की करतूत सामने आई है। झोलाछाप डॉक्टर ने एक 4 साल के मासूम की जान ले ली है। तीन दिन से बच्चा खांसी और बुखार से परेशान था।
बच्चे का इलाज कर रहे झोलाछाप डॉक्टर ने ऐसा इंजेक्शन लगाया कि एक घंटे बाद उसकी मौत हो गयी। इस घटना से परिजनों के बीच कोहराम मचा हुआ है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बताया जाता है कि झोलाछाप डॉक्टर के इंजेक्शन देने के बाद बच्चा बेहोश हो गया। उसकी हालत और खराब हो गयी। जिसके बाद बच्चे को लक्ष्मीपुर रेफरल अस्पताल ले जाया गया।
जहां के डॉक्टर ने बच्चे की गंभीर हालत को देखते हुए सदर अस्पताल रेफर कर दिया। बच्चे को सदर अस्पताल ले जाया गया जहां के डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद परिजन बच्चे को शहर के कई निजी क्लीनिक में ले गए वहां भी डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। बताया जाता है कि लक्ष्मीपुर के रहने वाले सोनू रावत के 4 साल के बेटे गौरव का इलाज लक्ष्मीपुर के एक क्लिनिक में चल रहा था। जहां झोला छाप डॉक्टर सीताराम साव बच्चे का इलाज कर रहे थे। सोनू रावत बाहर में रहकर मजदूरी करता है।
बीमार बच्चे का इलाज कराने के लिए उसकी दादी सीताराम साव के क्लिनिक में ले गयी थी। दादी ने बताया कि तीन दिन से तेज बुखार और खांसी से बच्चा परेशान था। सीताराम साव ने आज एक इंजेक्शन दिया जिसके बाद बच्चा बेहोश हो गया। दादी ने बताया कि बच्चे की मां मायके गई हुई थी। एक महीने पहले ही छोटे पोते का जन्मदिन था जिसमें हम भी गए हुए थे। तभी अपने बड़े पोते गौरव को लेकर वो लक्ष्मीपुर आ गयी।
घर पर आने के बाद बच्चे की तबीयत बिगड़ गयी और इलाज में लापरवाही बरतने से उसकी मौत हो गयी। पोते की मौत के लिए दादी ने भी झोलाछाप डॉक्टर को जिम्मेदार ठहराया है। इधर बच्चे की मौत की खबर सुनते ही उसकी मां पहुंची। उसका रो-रोकर बुरा हाल है। बच्चे का पिता भी काफी सदमे में हैं। बच्चे की मां उल्टे सास पर आरोप लगाया है कि वो जबरदस्ती मेरे बच्चे को लेकर घर चली आई थी। पता नहीं कौन सुई दिलवाया कि मेरे कलेजे के टुकड़े की मौत हो गई। अब परिजन इसकी शिकायत दर्ज कराने लक्ष्मीपुर थाने पहुंचे हैं। इस घटना से परिजन काफी सदमें में हैं और बच्चे की मौत के गुनाहगार को सजा दिलाये जाने की मांग कर रहे हैं।