ब्रेकिंग न्यूज़

आतंकी हमले के खिलाफ छातापुर में कैंडल मार्च, यह निर्दोष लोगों पर नहीं, बल्कि पूरे भारतवर्ष की आत्मा पर हमला है: संजीव मिश्रा सीतामढ़ी में ट्रांसजेंडर से अवैध संबंध के चलते युवक की हत्या, पूजा समेत चार आरोपी गिरफ्तार Pahalgam Terror Attack: अटारी-वाघा बॉर्डर बंद होने से वापस लौट गई शैतान सिंह की बारात, बेकार गया 4 साल लंबा इंतजार IAS अधिकारी KK पाठक की बिहार से विदाई, अब केंद्र में निभाएंगे नई जिम्मेदारी Paghalgam Terror Attack: भारत इस दिन कर सकता है पाकिस्तान पर हमला, पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्त का बड़ा दावा बिहार में समलैंगिक विवाह का मामला: 3 बच्चों की मां ने नाबालिग लड़की से की शादी Pahalgam Terror Attack: “चलो मंदिर चलते हैं”, कैसे भगवान शिव के आशीर्वाद ने बचा ली इस कपल की जान, पढ़कर आप भी कहेंगे “हर हर महादेव” हाजीपुर-शाहपुर पटोरी-बरौनी-मानसी के रास्ते दानापुर और सहरसा के बीच चलायी जा रही स्पेशल ट्रेन का विस्तार, 29 अप्रैल से सुपौल तक परिचालन बिहार में भीषण गर्मी का सितम: औरंगाबाद में पारा 46.2 डिग्री पार, पटना के संपतचक में 45.7 °C, रात में बारिश होने की संभावना Mohan Bhagwat: ‘पड़ोसियों को हम तंग नहीं करते लेकिन दंड देना राजा का कर्तब्य’ RSS प्रमुख मोहन भागवत का बड़ा बयान

जल जमाव से परेशान लोगों ने डिप्टी सीएम के घर को घेरा, कहा- बदल गए हैं सुशील मोदी, पड़ोसियों से नहीं रखते हैं मतलब

जल जमाव से परेशान लोगों ने डिप्टी सीएम के घर को घेरा, कहा- बदल गए हैं सुशील मोदी, पड़ोसियों से नहीं रखते हैं मतलब

13-Oct-2019 02:44 PM

PATNA: जल जमाव से परेशान लोगों ने बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के घर का घेराव किया हैं. मोदी के राजेंद्र नगर स्थिति घर पर जमकर नारेबाजी की. इस दौरान लोगों ने मोदी के बारे में कहा कि वह बदल गए हैं अब तो उनको पड़ोसियों से भी मतलब नहीं है.

नाराज लोगों ने कहा कि आपदा की घड़ी में सुशील मोदी ने अपना बंगला खाली कर दिया और घर छोड़कर निकल गए. उन्होंने आम लोगों के बारे में कुछ नहीं सोचा. ऐसी स्थिति में भी वे परेशान लोगों से मिलने नहीं पहुंचे. आम लोगों को हुए नुकसान की भरपाई कौन करेगा.

इस दौरान पुलिस ने लोगों को समझाने की कोशिश की,लेकिन लोग समझने को तैयार नहीं थे. स्थिति को देखते हुए मोदी के घर पर जवानों को तैनात किया गया है. बता दें कि जल जमाव के कारण राजेंद्र नगर में 10 दिनों से अधिक लोग अपने घरों में कैद थे.