AIMIM में टिकट बंटवारे को लेकर बवाल, प्रदेश अध्यक्ष पर टिकट बेचने का गंभीर आरोप BIHAR ELECTION 2025: बेतिया में कांग्रेस के खिलाफ अल्पसंख्यक समुदाय का विरोध, टिकट बंटवारे में अनदेखी का आरोप BIHAR ELECTION 2025: बड़हरा से RJD ने रामबाबू सिंह पर जताया भरोसा, सिंबल मिलते ही क्षेत्र में जश्न Patna Crime News: बिहार में चुनावी तैयारियों के बीच पटना से JDU नेता अरेस्ट, इस मामले में हुई गिरफ्तारी Patna Crime News: बिहार में चुनावी तैयारियों के बीच पटना से JDU नेता अरेस्ट, इस मामले में हुई गिरफ्तारी Bihar Election 2025: पूर्व IPS शिवदीप लांडे ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर दाखिल किया नामांकन, बिहार चुनाव में दिखाएंगे ताकत Bihar Election 2025: पूर्व IPS शिवदीप लांडे ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर दाखिल किया नामांकन, बिहार चुनाव में दिखाएंगे ताकत Bihar Election 2025: बिहार की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी, RLJP चीफ पशुपति पारस का बड़ा एलान Bihar Election 2025: बिहार की सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगी राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी, RLJP चीफ पशुपति पारस का बड़ा एलान Bihar Assembly Election : ऐसे होगी बुर्के-घूंघट वाली वोटर्स की पहचान, चलेगा टीएन शेषन वाला आदेश
17-Mar-2022 08:45 AM
DESK : आज पुरे देशभर में होलिका दहन किया जाएगा. होलिका दहन का विशेष महत्व है. और इसके लिए सार्वजनिक स्थानों पर होलिका रखी गई है. ऐसा माना जाता है कि सच्चे मन अगर होलिका दहन की पूजा की जाती है, तो होलिका की आग में सभी दुख जलकर खत्म हो जाते हैं. इसके लिए होलिका दहन के लिए शुभ मुहूर्त साथ ही सही पूजन विधि के बारे में जानना बेहद जरूरी है.
सबसे पहले आपको ये बता दें कि होलिका दहन का त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक होता है, मान्यता है कि भगवान विष्णु के अनन्य भक्त प्रहलाद को उसके पिता हिरण्यकश्यप ने होलिका की गोद में बैठाकर जिंदा जलाने की कोशिश की थी. जानकरी हो कि होलिका प्रहलाद की बुआ थी. अपने भतीजे प्रह्लाल को बुआ होलिका गोद में बैठाई तो लेकिन इस दौरान होलिका खुद ही जल कर खत्म हो गई थी. इसके बाद से ही होलिका दहन के अगले दिन होली खेलने की परंपरा चली आ रही है.
आपको बता दें होलिका दहन के दौरान पूजा भी करनी चाहिए. इतना ही नहीं, पूजा करने से पहले होलिका दहन स्थल से पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके बैठें. पूजा सामग्री में तांबे के एक लोटे में जल के साथ रोली, चावल, गंध, फूल, कच्चा सूत, बताशे-गुड़, साबुत हल्दी, गुलाल, नारियल और माला जरूर हो. इसके बाद होलिका में गोबर से बने खिलौने और माला भी रखें. बता दें पूजा के दौरान मनभटकाव नहीं होना चाहिए. होलिका दहन का शुभ मुहूर्त रात में 9 बजकर 16 मिनट से लेकर 10 बजकर 16 मिनट तक ही रहेगा. ऐसे में होलिका दहन की पूजा के लिए सिर्फ 1 घंटे 10 मिनट का ही समय ही है.