बेगूसराय में सम्राट चौधरी का तीखा हमला, जनसुराज को बताया ‘कुकुरमुत्ता पार्टी’ Earthquake: भारत के कई हिस्सों में महसूस किए गए भूकंप के तेज झटके, 5.8 मापी गई तीव्रता Earthquake: भारत के कई हिस्सों में महसूस किए गए भूकंप के तेज झटके, 5.8 मापी गई तीव्रता Bihar Police News: बिहार के इस जिले में पुलिस महकमे में बड़ा फेरबदल, कई थानों के थानेदार बदले Bihar News: बिहार में सड़क हादसे में बच्चे की मौत पर बवाल, गुस्साए लोगों ने बस में की तोड़फोड़ Bihar News: बिहार में सड़क हादसे में बच्चे की मौत पर बवाल, गुस्साए लोगों ने बस में की तोड़फोड़ Bihar News: बिहार में सड़क किनारे खड़े ट्रक से टकराया तेज रफ्तार ट्रक, हादसे में ड्राइवर की दर्दनाक मौत Bigg Boss 19: बिग बॉस 19 में फराह खान की एंट्री से बढ़ा टेंशन, बसीर ने नेहल से तोड़ी दोस्ती Patna News: पटना में JDU-BJP दफ्तर के बाहर धारा 163 लागू, अब प्रदर्शन करने वालों की खैर नहीं Patna News: पटना में JDU-BJP दफ्तर के बाहर धारा 163 लागू, अब प्रदर्शन करने वालों की खैर नहीं
24-Feb-2024 09:04 AM
By First Bihar
DELHI : बिहार की एक महिला विधायक की याचिका पर हाईकोर्ट में बड़ा फैसला सुनाया है। हाईकोर्ट ने कहा कि, भाजपा विधायक की आपत्तिजनक तस्वीरें मीडिया हाउस इंटरनेट से यथाशीघ हटा दिया जाए। इससे पहले बीजेपी एमएलए ने याचिका दायर कर दावा किया था कि उनकी तस्वीरों के साथ छेड़छाड़ कर उन्हें परेशान किया जा रहा है।
दरअसल, बिहार की एक भाजपा महिला विधायक की उनके राजनीतिक सहयोगी के साथ आपत्तिजनक तस्वीरों को प्रसारित करने के मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने अंतिम आदेश दिया है। कोर्ट ने आपत्तिजनक बहुत छेड़छाड़ कर प्रसारित की गई तस्वीरों को हटाने का विभिन्न मीडिया हाउस इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म और सर्च इंजन को निर्देश दिया है अदालत ने कहा कि प्रथम दिशा में मामला यशिका करता के पास में बनता है और कोई भी प्रतिवादी तस्वीरों की सत्यता की जिम्मेदारी नहीं ले रहा है।
अदालत ने कहा कि अगर मामले में बड़ी के पक्ष में अंतिम आदेश नहीं पारित किया गया है तो उन्हें अपूर्ण छाती होगी अब इस मामले की अगली सुनवाई 25 में को होगी। हाई कोर्ट ने कहा कि तथ्यों को परिस्थितियों को देखते हुए मीडिया हाउस इंटरनेट मीडिया को निर्देशित किया गया किस तरह की तस्वीरें प्रकाशित न करें।
आपको बताते चलें कि,महिला विधायक नहीं जाति का आधार कार्ड दावा किया है की तस्वीरों के उन्हें और उनके राजनीतिक सहयोगी को एक दूसरे के करीब दिखाया गया है। इसके बाद अदालत ने इंटरनेट मीडिया कंपनी मेटा को निर्देश दिया है कि अगर एक सप्ताह के अंदर पोस्ट नहीं हटाया जाए तो वह अपने स्तर पर प्लेटफार्म पर किसी प्रशासन से संबंधित यूआरएल को हटा दे।