समाजसेवी अजय सिंह ने मदद के बढ़ाए हाथ, पुलिस और आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को सौंपा जंपिंग गद्दा Success Story: पुलिस ने मांगी रिश्वत तो लड़की ने शुरू कर दी UPSC की तैयारी, पहले IPS बनीं; फिर IAS बनकर पिता का सपना किया साकार JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा BIHAR NEWS: बिहार के गरीबों के लिए 2102 करोड़ रू की मंजूरी, जल्द ही खाते में जायेगी राशि, डिप्टी CM ने PM मोदी को कहा 'धन्यवाद' Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग!
04-Aug-2023 09:43 AM
By Dhiraj Kumar Singh
JAMUI: जमुई जिले के खैरा प्रखंड के डुमरकोला गांव में 74 मकान पर बुलडोजर चला। जिसमें 64 मकान निजी और 10 भवन सरकारी है। सभी पर बुलडोजर सवेरे से चल रहा है। इसी क्रम में डीलर शंकर शाह की दो मंजिला मकान भी अतिक्रमण की चपेट में आ गया। लाख प्रयास के बाद भी टूटने से यह मकान नहीं बच पाया। 2 बुलडोजर को मकान तोड़ने में लगाया गया। वही एक दरोगा का भी बाउंड्री थी जो अतिक्रमण की चपेट में था।
बाउंड्री टूटने से बचाने के लिए दरोगा की मां और उनके परिवार के सदस्यों बाउंड्री के सामने खड़े हो गये और बाउंड्री नहीं तोड़ने देना चाह रहे थे। बाउंड्री बचाने के लिए मोबाइल पर फोन भी आ रहा था लेकिन किसी की बात न सुनी गई। वही डीलर शंकर साह की पत्नी बेटे और परिवार के सदस्य भी मकान न टूटे इसके लिए अथक प्रयास किये। पुलिस से ऐसा नहीं करने की बात करते रहे लेकिन किसी ने उनकीएक न सुनी।
पटना हाईकोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए मकान व बाउंड्री को तोड़ा गया। बिहार में जमुई में खैरा थाना क्षेत्र के डूमरकोला गांव में हाईकोर्ट के निर्देश पर 64 घरों और 10 सरकारी भवनों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है। मकान और सरकारी भवन सड़क की जमीन का अतिक्रमण कर बनाया गया था। हालांक, इससे पहले जिला प्रशासन की ओर से गांव में माइकिंग कराई गई थी। लोगों को इस बात की जानकारी दी गई थी कि वे अपने घर को खाली कर दें नहीं तो उनका नुकसान होगा। लेकिन, इसके बाबजूद ये लोग सरकार के आदेश की अनदेखी करने लगे। जिसके बाद अब यह एक्शन लिया गया है।