Success Story: कौन हैं डॉक्टर से IAS बनीं आर्टिका शुक्ला? जिन्होंने बिना कोचिंग UPSC में लाया 4th रैंक; जानें... सफलता की कहानी Which pulse is Good for Health: शरीर की जरूरत के अनुसार चुनें दाल, जानें किससे मिलेगा ज्यादा फायदा Bihar News: बिहार में दो सगी बहनों की डूबने से मौत, गंगा स्नान के दौरान हुआ हादसा Bihar News: बिहार में दो सगी बहनों की डूबने से मौत, गंगा स्नान के दौरान हुआ हादसा Kerala Congress Controversy: ‘B से बीड़ी और B से बिहार’ केरल कांग्रेस के विवादित पोस्ट पर फजीहत के बाद एक्शन, सोशल मीडिया चीफ को देना पड़ा इस्तीफा Kerala Congress Controversy: ‘B से बीड़ी और B से बिहार’ केरल कांग्रेस के विवादित पोस्ट पर फजीहत के बाद एक्शन, सोशल मीडिया चीफ को देना पड़ा इस्तीफा Patna News: पटना का वांटेड अपराधी शैलेन्द्र यादव गिरफ्तार, देसी कट्टा और कारतूस बरामद SBI Clerk Prelims Exam 2025: SBI क्लर्क भर्ती प्रारंभिक परीक्षा की तारीखें घोषित, 6589 पदों पर होगी बहाली SBI Clerk Prelims Exam 2025: SBI क्लर्क भर्ती प्रारंभिक परीक्षा की तारीखें घोषित, 6589 पदों पर होगी बहाली Bihar Weather: बिहार में अगले 2-3 दिन बिगड़ा रहेगा मौसम, IMD ने जारी की चेतावनी
27-Dec-2024 11:23 PM
By First Bihar
Neem Karauli Baba: गोमती नदी के किनारे स्थित हनुमान सेतु मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि श्रद्धा और चमत्कार का जीवंत प्रतीक भी है। इस मंदिर की स्थापना नीम करौली बाबा ने कराई थी, जिन्हें कलियुग में हनुमान जी का अवतार माना जाता है। बाबा के भक्त उन्हें महाराज जी के नाम से भी पुकारते हैं।
मंदिर में हनुमान जी की सफेद संगमरमर की भव्य मूर्ति स्थापित है, जो यहां आने वाले भक्तों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र है। मंदिर का निर्माण एक चमत्कारी घटना के बाद हुआ। वर्ष 1960 में गोमती नदी में बाढ़ आई थी, जिससे मंदिर के पीछे स्थित बाबा की कुटिया तो बह गई, लेकिन मंदिर को कोई नुकसान नहीं हुआ।
पुल निर्माण में बाधा और बाबा का चमत्कार
1960 के बाद सरकार ने हनुमान सेतु पुल का निर्माण शुरू किया। लेकिन पुल निर्माण के दौरान कई बाधाएं आने लगीं, जिससे बिल्डर काफी परेशान हो गए। बाबा से मदद मांगने पर उन्होंने सलाह दी कि पुल से पहले हनुमान जी का मंदिर बनवाया जाए। बाबा के सुझाव पर मंदिर का निर्माण शुरू हुआ, और इसके साथ ही पुल निर्माण में आने वाली सभी समस्याएं समाप्त हो गईं।
मंदिर का शुभारंभ और वार्षिकोत्सव
हनुमान सेतु मंदिर का उद्घाटन 26 जनवरी 1967 को हुआ। तब से यह स्थान न केवल लखनऊ के लोगों के लिए, बल्कि पूरे भारत के श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र बना हुआ है। हर साल यहां वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया जाता है।
नीम करौली बाबा और हनुमान सेतु मंदिर का महत्व
नीम करौली बाबा का यह मंदिर उनकी दिव्य शक्ति और हनुमान जी की कृपा का प्रतीक है। भक्त मानते हैं कि यहां दर्शन करने से हर संकट दूर हो जाता है। बाबा के चमत्कारों और उनकी आध्यात्मिक ऊर्जा ने इस मंदिर को धार्मिक और ऐतिहासिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बना दिया है। हनुमान सेतु मंदिर आज भी श्रद्धालुओं की आस्था और विश्वास का केंद्र है, जहां भक्त जीवन की समस्याओं से मुक्ति और मन की शांति के लिए आते हैं।