ब्रेकिंग न्यूज़

Vijay Kumar Sinha : बिहार भूमि सुधार मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने जमीन गड़बड़ी मामले में लिया सख्त एक्शन, कर्मचारी को लेकर को दिया यह निर्देश NHAI Bhagalpur : बाहर से चमकदार, अंदर से जर्जर, इस पुल पर कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा; ओवरटेकिंग पर 10 हजार का जुर्माना Bihar crime : पति-पत्नी की खलिहान में गला काटकर हत्या, आपसी विवाद की आशंका Rabri Devi residence : 'न जाने कौन सी माया ...', राबड़ी देवी का 10 सर्कुलर रोड बंगला खाली करने पर सियासत गरम, JDU ने कहा - सरकारी संपत्ति का ध्यान रखें CBI raid : बिहार में CBI की बड़ी छापेमारी, 10 साल से फरार ठगी का मुख्य आरोपी गिरफ्तार Dharma Parivartan : बहला-फुसलाकर हिन्दुओं का करवाया जा रहा था धर्म परिवर्तन, स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर हुई घर वापसी Patna property : पटना में जमीन की खरीद-बिक्री में कमी, जानिए क्या है असली वजह; यह लक्ष्य भी नहीं हो रहा पूरा Bihar Anganwadi : बिहार के आंगनबाड़ी केंद्र होंगे आधुनिक, बायोमैट्रिक अटेंडेंस से जुड़े; पटना में होगा यह बदलाव Vaibhav Suryavanshi : 14 साल के वैभव सूर्यवंशी को राष्ट्रपति से मिलेगा राष्ट्रीय बाल पुरस्कार, पीएम मोदी से भी करेंगे मुलाकात Bihar Government suggestions : बिहार में नई शुरुआत, अब नीतीश कुमार जनता से पूछेंगे कैसे चलाना है 'सरकार'; आप भी भेजें अपना सुझाव

गुप्तेश्वर पांडेय का खुलासा, मुझे अपमानित कर हटाने की हो रही थी कोशिश.. VRS के लिए दिया जा रहा था दबाव

गुप्तेश्वर पांडेय का खुलासा, मुझे अपमानित कर हटाने की हो रही थी कोशिश.. VRS के लिए दिया जा रहा था दबाव

24-Sep-2020 01:45 PM

PATNA: गुप्तेश्वर पांडेय ने दो दिन पहले ही डीजीपी के पद से वीआरएस दिया हैं. अब जाकर खुलासा किया कि उनपर वीआरएस देने के लिए कई तरह के दबाव थे. जिसके कारण उनको वीआरएस देना पड़ा. अब सवाल उठ रहा है कि आखिर उनको किसने दबाव दिया की वह परेशान होकर वीआरएस दे दिए. 

हटाने की हो रही थी कोशिश

गुप्तेश्वर पांडेय ने एक बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि मुझे अपमानित कर डीजीपी के पद से हटाने की कोशिश हो रही थी. इसको लेकर साजिश रची जा रही थी. आखिर कौन साजिश कर रहा था यह बात बताने से बचते नजर आए. 

सरकार की करा रहे थे किरकिरी

गुप्तेश्वर पांडेय सुशांत केस को लेकर कई चैनलों पर तूफानी बयान दे रहे थे. किसके कारण बिहार पुलिस और सरकार की फजीहत हो रही थी. रिया की औकात वाले बयान देकर भी वह अपनी फजीहत करा चुके थे. ऐसे में कयास यह भी लगाया जा रहा है कि कही ऐसा तो नहीं कि सरकार का ही दबाव उनपर वीआरएस के लिए था. क्योंकि वर्तमान सरकार को डर था कि गुप्तेश्वर पांडेय की जिस तरह से छवि बनी है वह किसी राजनीतिक दल के समर्थक की तरह हो गई है. शिवसेना नेता संजय राउत ने उनको बीजेपी का आदमी तक बता दिया था. सरकार को भी डर था कि इसका खामियाजा चुनाव में भुगतना न पड़ जाए है. यहां तक की कई जगहों पर मतदान में गड़बड़ी का आरोप भी लग सकता है. खुद गुप्तेश्वर पांडेय भी इस बात को कबूल कर रहे हैं कि 34 साल में वह कई चुनाव कराए हैं, लेकिन कभी भी गड़बड़ी का आरोप नहीं लगा है.