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12-Dec-2020 08:50 PM
By Jitendra Kumar
BEGUSARAI : केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के फायर ब्रांड नेता गिरिराज सिंह के खिलाफ उन्हीं की पार्टी के स्टूडेंट विंग के कार्यकर्ताओं ने आंदोलन शुरू करने की धमकी दे डाली है. बेगूसराय के सांसद गिरिराज सिंह विकास के विभिन्न मुद्दे पर काम आगे बढ़ाने की बात कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा गिरिराज सिंह का जबरदस्त विरोध किया जा रहा है.
शनिवार को एपीएसएम कॉलेज बरौनी में आयोजित बैठक में छात्रसंघ एवं विद्यार्थी परिषद ने गिरिराज सिंह पर क्षेत्र की उपेक्षा करने का आरोप लगाया है. एपीएसएम कॉलेज बरौनी के छात्रसंघ कार्यालय में नगर मंत्री अभिषेक कुमार एवं छात्रसंघ उपाध्यक्ष दीपक देवराज की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में बेगूसराय में विश्वविद्यालय की स्थापना, एम्स की स्थापना, एयरपोर्ट की स्थापना तथा रेलवे इंटर कॉलेज गढ़हरा बंद होने के आदेश को लेकर काफी चर्चाएं हुई, जिसमें आगामी दिनों के लिए आंदोलन की रणनीति बनाई गई.
बैठक में उपस्थित ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष आलोक कुमार ने बैठक स्थानीय सांसद एवं विधायक को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि बेगूसराय में जिस प्रकार से जनप्रतिनिधियों ने चुप्पी साध ली है यह दुर्भाग्यपूर्ण है. सर्वाधिक मतों से जीत दर्ज होने के बाद भी बेगूसराय के सांसद और स्थानीय विधायक द्वारा शैक्षणिक व्यवस्था के प्रति उदासीन रवैया साफ झलक रहा है. आलोक ने कहा कि केंद्रीय मंत्री बेगूसराय का प्रतिनिधित्व करते हैं, लेकिन दुर्भाग्य है कि उनके लगभग दो साल के कार्यकाल में बेगूसराय के युवाओं को कुछ नहीं मिला। बेगूसराय में ना तो दिनकर विश्वविद्यालय की स्थापना हुई, ना ही एम्स की स्थापना हुई.
केंद्रीय मंत्री ने आज तक इन सब विषयों की मांग तक नहीं की है जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है. जिस जिले के सांसद भारत सरकार में मंत्री हों और उस जिले के आम लोगों के लिए कोई कार्य नहीं हो, यह दुर्भाग्य का बात है. स्थानीय सांसद सह केंद्रीय मंत्री सहित सभी विधानसभा के विधायकों का यही रवैया रहा तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और मिथिला विश्वविद्यालय छात्रसंघ सभी जनप्रतिनिधियों का विरोध करेगा.
कॉलेज महासचिव शिवम कुमार और कोर कमेटी सदस्य ध्रुव कुमार ने कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों को शिक्षा से कोई मतलब नहीं है, उनको सिर्फ चुनाव में वोट लेना है और चुनाव के बाद जनता और छात्रों से कोई मतलब नहीं है। अगर हमारी मांगों को जल्द से जल्द नहीं पूरा किया जाता है तो विद्यार्थी परिषद उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होगी. छात्र नेता कन्हैया कुमार और बरौनी इकाई के कार्यक्रम प्रमुख सीताराम कुमार ने कहा कि रेलवे इंटर कॉलेज गढ़हरा को बंद करने के फैसले को अगर वापस नहीं लिया जाता है तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पूरे जिले में आंदोलन करेगी.