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30-Mar-2022 07:09 AM
PATNA : दो दिन की हड़ताल और इससे पहले दो दिन के अवकाश के बाद आज बैंक खुलने पर कामकाज पटरी पर लौटेगा. चार दिन बाद बैंक खुलने पर शाखाओं में ग्राहकों की संख्या अधिक रह सकती है. इसके बाद 31 मार्च को वित्तीय वर्ष की समाप्ति पर बैंक पूरे साल का लेन-देन निपटाएंगे. एक अप्रैल को सिस्टम अपग्रेडेशन के चलते ग्राहकों के काम बिल्कुल नहीं होंगे. इन दो दिन में ग्राहकों को परेशानी उठानी पड़ सकती है.
इधर, बैंक, बीमा और पोस्टल ऑफिस में हड़ताल के दूसरे दिन भी स्टेट बैंक को छोड़ कर सभी व्यावसायिक बैंक और ग्रामीण बैंक की शाखाओं के कामकाज प्रभावित होने से 16 हजार करोड़ से ज्यादा का बैंक व्यापार बाधित हुआ. इस तरह दो दिनों की हड़ताल से लगभग 150 करोड़ का बैंक व्यापार बाधित हुआ.
वर्ष 2021-22 के अंतिम हफ्ते लगातार चार दिन बैंक बंद होने से सरकारी ट्रांजेक्शन के साथ-साथ चेक क्लियरिंग और कैश ट्रांजेक्शन बाधित होने से सरकारी रेवेन्यू की भी हानि हुई. इस बीच डाक विभाग के यूनियनों के दो भागों में बंट जाने के कारण मंगलवार को लगभग 50% डाकघर खुले, लेकिन पटना जीपीओ में दूसरे दिन भी कामकाज नहीं हुआ.
बता दें कि केंद्रीय ट्रेड यूनियंस द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों व अन्य सरकारी उद्यमों के निजीकरण व श्रम कानूनों में संशोधन कर श्रमिक सुरक्षा अधिकार में कमी करने के खिलाफ हड़ताल के आह्वान पर बैंक के तीन प्रमुख संगठन एआइबीइए, एआइबीओए और बेफी ने ड़ताल में भाग लिया है और स्टेट बैंक के प्रमुख संगठन ऑयबाक ने बाहर से नैतिक समर्थन किया है. इसके कारण राज्य में स्टेट बैंक की 983 शाखाओं को छोड़कर व्यावसायिक बैंक और ग्रामीण बैंक की कुल 5061 शाखाओं के ट्रांजेक्शन पर असर पड़ा है.